अडानी ग्रुप के यह शेयर ने बदली खेल की दिशा, 3 महीने के हाई पर पहुंची कीमत

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गौतम अडानी समूह की मुख्य कंपनी के स्टॉक में 24 मई, 2023 के बाद से एक आश्चर्यजनक उच्चतम स्तर की दिशा में बदलाव आया है। इस कार्यक्रम के दौरान, यह कंपनी का स्टॉक चौथे दिन भी अपने ऊंचे भाव पर बना रहा है और इस अवधि में उसकी मूल्य में 11 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई है। इस वृद्धि के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि कंपनी की नवाचारित योजनाएँ, वित्तीय स्थिति के सुधार, बाजार की प्रतिक्रिया आदि। इस उच्चतम स्तर पर पहुंचने से स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों में आत्मविश्वास और रुचि बढ़ सकती है, और यह समूह की आगे की दिशा को दर्शाता है।


अडानी ग्रुप के यह शेयर ने बदली खेल की दिशा, 3 महीने के हाई पर पहुंची कीमत KALTAK NEWS.COM

अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में एक बार फिर से उच्चतम स्तर पर उछाल देखने को मिला है, जब यह तीन महीने के हाई 2,720.65 रुपये पर पहुंच गए हैं। इस तेजी की मुख्य वजह एक ब्रेकिंग खबर है, जिसमें बताया गया है कि कंपनी के प्रमोटर्स ने अपनी हिस्सेदारी में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। गौतम अडानी समूह की प्रमुख कंपनी का स्टॉक 24 मई, 2023 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहा था। यह अब तक चौथे कारोबारी दिन भी ऊंचे भाव पर बना हुआ है और इस अवधि में इसमें 11 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई है।

इस बदलाव के पीछे प्रमोटर्स के हिस्सेदारी में बढ़ोतरी का निर्णय है। अडानी समूह के नेता गौतम अडानी की अगुवाई वाले प्रवर्तक समूह ने अडानी एंटरप्राइजेज में अपने हिस्से को 69.87 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। इसके साथ ही, शेयर बाजार को इस बड़े निर्णय की जानकारी दी गई है कि प्रवर्तक समूह ने कंपनी में अपने हिस्से को 67.85 प्रतिशत से बढ़ाकर 69.87 प्रतिशत कर दिया है। यह वृद्धि स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के बीच आत्मविश्वास को बढ़ा सकती है और समूह के भविष्य के प्लान को दर्शाती है।

अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों की वर्तमान स्थिति की बात करते हुए, इस साल YTD (Year-to-Date) में इनमें 29.97% की गिरावट दर्ज की गई है। सालभर में इसमें 11.85% की नीचे जाने की गति देखी जा सकती है। हालांकि, पिछले छह महीने की परख में, यह शेयर 91.47% तक ऊपर जा चुका है, जिससे उसकी मूल मूल्य में महत्वपूर्ण बदलाव आया है। आखिरी पांच साल में, इस शेयर की कीमत में वाहक वृद्धि 1,188.24% तक दर्ज की गई है, जिससे यह 208 रुपये से बढ़कर 2,689.85 रुपये तक पहुंच गया है। यह निरंतर उछाल इसके निवेशकों के लिए आवश्यकताओं की पूर्ति के रूप में सिद्ध हो सकती है और कंपनी के प्रगति की दिशा में आगे की दिशा दर्शाती है।


शेयर के लिस्टिंग के बाद से दिख रहा है निरंतर गिरावट का सिग्नल, निवेशकों को मिला झटका, शेयर ₹239 पर पहुंचा

मुकेश अंबानी की नवीनतम कंपनी, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) की शेयर बाजार में लिस्टिंग के साथ ही निवेशकों के बीच निराशा की भावना को बढ़ा दिया है। शेयर की बाजार में प्रारंभिक त्रूटी के बाद, निवेशकों की उम्मीदें थम गई हैं। इस संदर्भ में, नवीनतम कंपनी के शेयर की मूल मूल्यनिर्धारण में कई स्थानीय और विदेशी कारणों के कारण उतार-चढ़ाव दिखा है। निवेशकों के बीच इस शेयर के लिस्टिंग से जुड़े विचार विपरीत हो रहे हैं, जहां एक ओर यह नई वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में मुख्य खिलाड़ी के रूप में पहचान बनाने का प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी ओर शेयर की अचानक कमी निवेशकों की आशाओं को कम कर रही है।

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मुकेश अंबानी की नवीनतम कंपनी, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) की शेयर बाजार में लिस्टिंग के साथ ही निवेशकों के बीच निराशा की भावना को बढ़ा दिया है। लिस्टिंग के पहले ही दिन, शेयर में गिरावट आई और बीएसई या एनएसई पर इसमें 5% की लोअर सर्किट लग गई। यह घटना निवेशकों की उम्मीदों को कम कर देने के साथ-साथ बाजार में चर्चा का विषय बन गई है। इसके बाद, आगामी दिनों में भी शेयर में लोअर सर्किट दर्ज की गई और बीएसई पर शेयर का भाव 239.20 रुपये तक आया। इसके साथ ही, एनएसई पर भी यह शेयर 5% के लोअर सर्किट के साथ 236.45 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गया। यहाँ तक कि पिछले महीने जियो फाइनेंशियल के सूचीबद्धता मूल्य के आकलन के लिए आयोजित एक विशेष सत्र में 261.85 रुपये का मूल्य तय किया गया था। वर्तमान में, कंपनी की मार्केट कैपिटल 1,51,970.56 रुपये है, जिससे यह विकेन्द्रीकरण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है।

महत्वपूर्ण बात यह है कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की डी-मर्जर प्रक्रिया के बाद यह कंपनी रिलायंस से अलग हो गई थी। यह एक महत्वपूर्ण कदम था जिसने इसे एक आगे बढ़ने के लिए स्वतंत्रता दिलाई। विशेषज्ञों के अनुसार, मूल्य निर्धारण के बाद से इसे ‘डमी’ के तौर पर लिस्ट किया गया था, लेकिन उस समय कोई वाणिज्यिक गतिविधि नहीं हो रही थी। डी-मर्जर प्रक्रिया के दौरान, रिलायंस इंडस्ट्रीज के निवेशकों को 1:1 रेश्यो से जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर दिए गए हैं, जिसका मतलब है कि उन्हें बिना किसी अतिरिक्त खर्च के जियो फाइनेंशियल के शेयर मिल गए हैं। यह स्वाभाविक रूप से उन निवेशकों के लिए एक सुनहरा मौका प्रस्तुत करता है जो रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ इस नवीनतम अवंतरण के माध्यम से आवागमन करना चाहते हैं।

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