आपदा की घड़ी में हिमाचल: लैंडस्लाइड के चलते गई 29 लोगों की जान

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बारिश ने एक बार फिर पहाड़ों पर अपनी शक्ति दिखाई है, जिससे हिमाचल से लेकर उत्तराखंड तक लैंडस्लाइड और बारिश ने एक बड़ी आपदा की ओर बढ़ते कदम उठाए हैं। नदियों और नालों की स्तर में बढ़ोतरी की चुनौती सामने खड़ी है। हिमाचल प्रदेश में लैंडस्लाइड की घटना में 29 लोगों की जान गवाई गई है। इस संकटपूर्ण समय में आइए जानते हैं ताज़ा अपडेट्स के बारे में।


आपदा की घड़ी में हिमाचल: लैंडस्लाइड के चलते गई 29 लोगों की जान KALTAK NEWS.COM

1.उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में आपदा का प्राकृतिक कहर फिर से अपनी भयंकर शक्ति दिखा रहा है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश और लैंडस्लाइड से जानलेवा हादसे की चुनौती सामने आ रही है। इस परिस्थिति में लोगों की सुरक्षा और आपातकालीन उपायों का पालन करना अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

2. हिमाचल प्रदेश में हाल के दिनों में हुई लैंडस्लाइड की घटना में कई लोगों की मौके पर ही जान जा चुकी है। इसमें 29 लोगों की जान चली  गई है, जिससे कई परिवारों की सबसे दुखद समस्या हुई है। इसके साथ ही, हिमाचल प्रदेश में एक मंदिर के मलबे के नीचे फंसे हुए 9 लोगों की स्थिति भी चिंताजनक है।

3. उत्तराखंड भी इस आपदा से प्रभावित हो रहा है, जहां लैंडस्लाइड और बारिश की वजह से आपदाग्रस्त होने की आशंका है। ऋषिकेश में दो  लोगों के डूबने की खबर आई है, जिनमें से एक व्यक्ति को सुरक्षित कर लिया गया है, जबकि दूसरे की तलाश अब तक जारी है।

4.हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में आई 24 घंटे की बारिश के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। सोलन में बादल फटने से एक परिवार के सात लोगों की जान जा चुकी है। रविवार की रात को सोलान में बादल फटने से दो मकान बह गए और यह घटना स्थानीय लोगों के लिए दुःखद है।

5.हिमाचल प्रदेश के बलेरा पंचायत क्षेत्र में भूस्खलन की वजह से एक अस्थायी घर ढह गया है, जिससे दो बच्चों की जान चली गई है। इस आपदा के कारण कई परिवारों की जिन्दगियाँ प्रभावित हो गई हैं और उनकी सुरक्षा के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा उचित कदम उठाए जा रहे हैं।


हिमाचल प्रदेश में हो रहे प्राकृतिक आपदा के चलते गृह मंत्री अमित शाह ने अपने ट्वीट में गहरी शोक व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि विभिन्न स्थानों पर हो रही भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण हो रही जनहानि दृश्य काफी दुखद है।

उन्होंने ट्वीट में यह भी बताया कि उनकी संवेदनाएँ उन सभी परिवारों के साथ हैं, जिनकी जिन्दगियाँ इस आपदा के प्रभाव में आई हैं। उन्होंने नेशनल डिसास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) की टीमों के प्रयासों की प्रशंसा की और बताया कि वे स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्यों में लगे हैं।

उन्होंने अपने ट्वीट में शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और उन्हें आशीर्वाद दिया कि ईश्वर उन्हें इस कठिन समय में सहने की शक्ति प्रदान करें। उन्होंने विकलांग और घायल लोगों के उपचार की बड़ी चिंता भी व्यक्त की।

यह ट्वीट समाज के हर व्यक्ति के दिल में एक संवेदनाशील छाप छोड़ गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने अपने शब्दों से उन लोगों के प्रति अपनी गहरी सहानुभूति प्रकट की है, जो इस आपदा के प्रभाव में हैं।

इस आपदा के समय, सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के साथ मिलकर लोगों की सुरक्षा की जानी चाहिए, और यह ट्वीट हमें एक साथ खड़े होकर इस मुश्किल समय का सामना करने की प्रेरणा देता है।

परिक्षाएं की गईं रद्द

प्राकृतिक आपदा के चलते उचित प्रतिक्रिया देते हुए, हिमाचल प्रदेश सरकार ने लगातार बारिश की स्थिति को देखकर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाली क्लासेस और सभी परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की गई है, जिसमें राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों को 14 अगस्त को बंद रहने की जानकारी दी गई है।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री, श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, ने इस समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाते हुए यह निर्णय लिया है। छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने उनके अध्ययन में किसी भी प्रकार की अडचन को बचाने का प्रयास किया है।

यह निर्णय संविदानिक प्रक्रियाओं के साथ लिया गया है ताकि छात्रों की शिक्षा के क्षेत्र में किसी भी प्रकार की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके साथ ही, छात्रों को आगामी दिनों में सुरक्षित एवं स्थिरत शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित किया गया है।

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