एयर इंडिया का नया चेहरा: महाराजा का आधुनिक रूप लेकर आ रहा है नया दौर
एक रिकॉर्ड 470 नैरो और वाइडबॉडी जेट्स के ऑर्डर के बाद, टाटा समूह ने अपने एयरलाइन व्यवसाय को नये दिशानिर्देश की ओर बढ़ते कदम बढ़ाये हैं। कंपनी ने एक नये लोगो को पेश करके एक और मील की प्राप्ति की है, जिससे वह खुद को ग्लोबल एयरलाइन्स के मानकों के हिसाब से तैयार कर रही है।
एअर इंडिया का नया लोगो जारी।
एअर इंडिया के अधिग्रहण के बाद एक नया संकेतिक आरंभ हो रहा है, जिसमें टाटा ग्रुप की रीब्रांडिंग का महत्वपूर्ण हिस्सा है। एअर इंडिया के प्रतिष्ठित मस्कट, महाराजा शुभंकर, का नया रूप दर्शाता नया लोगो लॉन्च किया गया है। नये लोगो में अधिक स्टाइलिश डिजाइन के साथ-साथ लाल, सफेद और बैंगनी रंगों की नई कलर स्कीम का भी शानदार संयोजन है।
टाटा संस के चेयरमैन, एन. चंद्रशेखरन ने इस नए लोगो को असीमित संभावनाओं का प्रतीक बताया है। यह नया चेहरा न केवल एअर इंडिया की पहचान को नया दौर देगा, बल्कि उसके साथ ही उड़ान भरने वाले यात्रियों के लिए भी एक नया आकर्षण होगा। यह लोगो एअर इंडिया की एक नई शुरुआत की निशानी है और पुराने लोगो की जगह लेगा, जो मेहराबान नारंगी कोणार्क चक्र के साथ एक लाल हंस की प्रतिष्ठा था।
‘अनगिनत अवसरों का प्रतीक’
नए लोगो के साथ, एयरलाइन ने एक वक्तव्य में बताया कि यह नया चिन्ह ‘द विस्ता’ विशाल संभावनाओं और प्रगति की प्रतिष्ठा को प्रकट करता है। इससे यह स्पष्ट होता है कि एयरलाइन सशक्त साहसी दृष्टिकोण और आत्म-विश्वास के साथ आगे बढ़ रही है। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने इस बारे में कहा कि हमने पिछले बारह महीनों में एक शक्तिशाली टीम बनाई है, और हम आगे बढ़कर अपने सभी कर्मचारियों की उन्नति की दिशा में प्रतिबद्ध हैं। हम लगातार अपने विमानों को और भी उन्नत बनाने में काम कर रहे हैं, ताकि वे वैश्विक मानकों के अनुसार तैयार हो सकें।
कैसा दिखेगा नया लोगो?
रिकॉर्ड 470 नैरो और वाइडबॉडी जेट के आदेश के बाद, एअर इंडिया ने एक नया लोगो प्रकाशित किया है, जिससे यह एक और महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ता है। नये लोगो में एयर इंडिया ने अपने गहरे लाल अक्षरों की पहचान को साकार किया है, लेकिन इसके फॉन्ट में थोड़ी बदलाव किया है। नए कलर स्कीम में, विमानों के नीचे एक लाल रंग का पैच भी जुड़ा है, जिस पर सफेद रंग में ‘एअर इंडिया’ लिखा हुआ है।
अनगिनत अवसरों का प्रतीक
टाटा संस ने जनवरी 2022 में टैलेस प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से एअर इंडिया का अधिग्रहण किया था, जिससे कि उनकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बनी। इसके बाद, उन्होंने घोषणा की कि वे एअर इंडिया को एक और सहायक कंपनी, विस्तारा, के साथ मिलाएंगे। इस विलय का पूरा होने का अनुमान मार्च 2024 तक है, जिससे दोनों कंपनियां और भी मजबूत होकर आगे बढ़ सकें।
कंपनी ने की है ऐतिहासिक डील
इस वर्ष के फरवरी महीने में, एअर इंडिया ने विमानन क्षेत्र की एक अद्वितीय डील की घोषणा की। टाटा संस, जो एअर इंडिया का मालिकाना हक रखती है, ने यहाँ तक कहा कि उनकी इस यात्रा में एअरलाइन सिक्योरिटी, कस्टमर सर्विस, टेक्नॉलजी, इंजीनियरिंग, नेटवर्क और मानव संसाधन की दिशा में विशाल परिवर्तन होगा। टाटा ग्रुप ने इस सफलतापूर्ण यात्रा के लिए खर्च के मामूले करके अत्याधुनिक बोइंग और एयरबस विमान खरीदने की योजना बनाई है।
इस बड़े सौदे के तहत, टाटा ग्रुप ने कुल 470 विमानों को अपने परिवार में शामिल करने का निर्णय लिया है, जो विमानन क्षेत्र की शीर्ष कंपनियों में गिनी जाती हैं – बोइंग और एयरबस। इस महत्वपूर्ण डील की मानव अर्थ की दृष्टि से मूल्यांकन किया गया है, जिसका अंक 80 अरब डॉलर यानी 6.40 लाख करोड़ रुपये है।
इस आदर्श में 40 एयरबस A350, 20 बोइंग 787 और 10 बोइंग 777-9 जैसे चौड़े बॉडी विमान शामिल हैं, साथ ही 210 Airbus A320/321 Neos और 190 बोइंग 737 MAX सिंगल-आइल विमान भी शामिल हैं।
“इस महत्वपूर्ण कदम के साथ, टाटा संस ने विमानन उद्योग में एक नया दौर शुरू किया है, जिससे कि वे बोइंग और एयरबस जैसी प्रमुख विमानन कंपनियों की लीडरशिप में उभर सकें। इस डील के तहत, टाटा ग्रुप के पास 470 विमानों का खासा संख्यात्मक और भविष्यकारी संपत्ति होगी। इसके साथ ही, उनके पास एअर इंडिया की सभी प्रमुख क्षेत्रों में नये उन्नयन के लिए स्थापित योजनाएं हैं, जैसे कि विमानन सुरक्षा, ग्राहक सेवा, तकनीकी उन्नति, इंजीनियरिंग, नेटवर्क और मानव संसाधन में महत्वपूर्ण सुधार।”
“यह सौदा टाटा ग्रुप के लिए एक अद्वितीय कदम है जो विमानन क्षेत्र में उनकी मजबूत पहचान को और भी मजबूती देगा। इसके द्वारा, टाटा संस ने विमानन के उच्चतम मानकों के साथ आगे बढ़ने का संकल्प लिया है, और उन्हें ग्लोबल विमानन उद्योग के सर्वोत्तम खिलाड़ियों में शामिल होने का मार्ग प्रदान करेगा। यह डील विमानन संगठनों के बीच एक बड़े संयोजन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है जिससे आगामी समय में विमानन उद्योग के स्तर को ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सकेगा।”
“इस उत्कृष्ट डील के तहत, टाटा संस ने 470 विमानों को अपने चपेट में करके एक नये संग्रहण के द्वार खोला है, जो उनके विमानन व्यवसाय को नए दिशानिर्देश में ले जाएगा। यह स्वर्णिम मौका उन्हें अपने अंतरराष्ट्रीय पहचान को बढ़ावा देने का संयोजन है, और विमानन उद्योग के उत्तम मानकों के साथ साथ उच्चतम स्तर पर तकनीकी उन्नति, इंजीनियरिंग और सेवा क्षेत्र में नई ऊंचाइयों की ओर पहुंचाएगा।”
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