गुजरात की एक केमिकल कंपनी के द्वारा आयोजित होने वाले IPO में प्रमोटर्स द्वारा शेयर बेचे जाएंगे, यहाँ जानिए इसका प्लान

गुजरात की एक केमिकल कंपनी के द्वारा आयोजित होने वाले IPO में प्रमोटर्स द्वारा शेयर बेचे जाएंगे, यहाँ जानिए इसका प्लान


वित्तिय वर्ष 2023 तक, यह कंपनी विश्वभर में 181 से अधिक बहुराष्ट्रीय और घरेलू कंपनियों को विभिन्न सेवाएँ प्रदान कर रही है। इसके प्रमुख बाजारों में जर्मनी, अमेरिका, स्विट्जरलैंड, इटली और मैक्सिको शामिल हैं, जहाँ यह अपनी सेवाओं की पेशेवरता और गुणवत्ता के साथ प्रमुख खिलाड़ी बन चुकी है। उच्च मानकों के साथ सेवाओं की पेशेवरता और विश्वसनीयता के क्षेत्र में यह कंपनी निरंतर अग्रणी स्थान बनाए रखने का प्रयास कर रही है और इसके प्रमुख बाजारों में अपने प्रतिस्पर्धियों के साथ सुदृढ़ और मजबूत मान-स्थान की दिशा में कदम बढ़ा रही है।


गुजरात की एक केमिकल कंपनी के द्वारा आयोजित होने वाले IPO में प्रमोटर्स द्वारा शेयर बेचे जाएंगे, यहाँ जानिए इसका प्लान KALTAK NEWS.COM

गुजरात की विशेषज्ञ केमिकल कंपनी, शिव फार्माकेम, ने शेयर बाजार में अपनी लिस्टिंग की योजना बनाई है। कंपनी आईपीओ (इनिशिएल पब्लिक ऑफ़रिंग) के माध्यम से शेयर बाजार में उतारना चाहती है और इसके लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास आवश्यक दस्तावेज जमा किए हैं। कंपनी की योजना है कि वह आईपीओ के माध्यम से करीब ₹900 करोड़ जुटाएगी।
वडोदरा स्थित शिव फार्माकेम ने अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) में बताया है कि इस आईपीओ में पूरी तरह से प्रमोटर और प्रमोटर समूह के शेयरधारकों की हिस्सेदारी बेचने का प्रस्ताव है, जिसमें कोई नई शेयर जारी नहीं किए जाएंगे। यहाँ तक कि फिरेश इश्यू नहीं किया जाएगा और बाजार में नए शेयर उतारे नहीं जाएंगे। कंपनी की योजना है कि वह अपने प्रमोटर्स के शेयरों को ओएफएस (ऑफ़र फॉर सेल) के माध्यम से बेचकर पूंजी जुटाएगी।
इस आईपीओ में बेचेंगे शेयर: ओएफएस में विशाल राकेश अग्रवाल और राहुल राकेश अग्रवाल भी शामिल हैं। इन दोनों के पास मिलकर तकरीबन ₹383 करोड़ तक के शेयर हैं, जो वे इस आईपीओ के माध्यम से बेचेंगे। साथ ही, गीतगंगा इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड भी अपने ₹134 करोड़ के शेयरों को बेचेगा। इस आईपीओ से प्राप्त पूंजी सीधे शेयरधारकों के पास जाएगी और कंपनी को इसके लिए किसी प्रकार की पूंजी नहीं मिलेगी।
इस आईपीओ के लिए जेएम फाइनेंशियल और कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग बुक रनिंग लीड मैनेजर के रूप में कार्य कर रहे हैं, जबकि लिंक इनिटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड इस आईपीओ के रजिस्ट्रार के रूप में काम कर रही है। यह गुजरात के लूना और दहेज स्थित और हंगरी में कुल तीन उत्पादन इकाइयों के साथ काम कर रही है।
कंपनी की आर्थिक स्थिति: शिव फार्माकेम ने वित्त वर्ष 2023 में ₹116.65 करोड़ की लाभ दर्ज की है, जो कि वित्त वर्ष 2022 में ₹83.32 करोड़ थी। इसके साथ ही, वित्त वर्ष 2023 में कंपनी की कुल आय वित्त वर्ष 2022 के ₹1,015.99 करोड़ से बढ़कर ₹1,079.5 करोड़ हो गई है। FY23 तक, कंपनी ने विश्वभर में 181 से अधिक बहुराष्ट्रीय और घरेलू कंपनियों को सेवाएँ प्रदान की है। इसके प्रमुख बाजारों में जर्मनी, अमेरिका, स्विट्जरलैंड, इटली और मैक्सिको शामिल हैं, जो उनके व्यापार की व्यापकता को प्रमोट करते हैं।

Jio Financial Share Price : दूसरे दिन भी अंबानी की कंपनी का शेयर 5% लुढ़का, निवेशकों के लिए क्या हो सकते हैं आगे के कदम?


Jio Financial Share Price: रिलायंस इंडस्ट्रीज की आगामी सालाना बैठक पर सभी निवेशकों की निगाहें मुख्य रूप से टिकी हुई हैं। इस आयोजित बैठक का आयोजन 28 अगस्त को होने वाला है, जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। आइए देखें कि JFSL के शेयरों में टूटने के पीछे कौन-कौने कारण हो सकते हैं जिनका असर इसकी मूल्य में परिवर्तन की दिशा में हो सकता है।

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JFSL की लिस्टिंग सोमवार को हुई

पैसिव और एक्टिव म्यूचुअल फंड्स के बिकवाली करने के चलते जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (JFSL) के शेयर में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन टूट देखने को मिली. स्टॉक एक्सचेंज पर JFSL शेयर लगातार दूसरे दिन पांच फीसदी टूट के साथ 239.20 रुपये के स्तर पर आ गया। इससे पहले सोमवार को बीएसई पर कंपनी का शेयर 265 रुपये और एनएसई पर 262 रुपये के स्तर पर लिस्ट हुआ था।

इस टूट के पीछे का मुख्य कारण है पैसिव म्यूचुअल फंड्स का बिकवाली करना, जो कंपनी के शेयरों के बाजार में प्रतिस्थापन का काम करते हैं। इंडेक्स फंड्स और अन्य पैसिव निवेश उपकरणों ने जियो फाइनेंशियल को अपने इंडेक्स से हटा दिया है, जिससे कंपनी के शेयर में बिकवाली हो रही है।

जब कंपनी के इंडेक्स से हटाने की खबर आई, तो पैसिव फंड्स ने तुरंत शेयरों को बेचने का काम शुरू कर दिया, जिससे कंपनी के शेयरों की कीमत में गिरावट हो रही है। इसके बाद कंपनी के शेयरों की मूल्य में टूट देखने को मिला।

इसके अलावा, 24 अगस्त को निफ्टी50 और सेंसेक्स से बाहर किए जाने के बाद और भी शेयरों की बिक्री हो सकती है, क्योंकि पैसिव फंड्स द्वारा इसे ट्रैक करने वाले निवेशक अब इसे अपने पोर्टफोलियो से बाहर करने की तैयारी कर रहे हैं। नुवामा के कैलकुलेशन के मुताबिक, सेंसेक्स को ट्रैक करने वाले निवेशक जेएफएसएल के 5.5 करोड़ शेयरों की बिक्री कर सकते हैं।

जियोजित फाइनेंशियल (JFSL) के डॉक्टर वी के विजयकुमार ने कंपनी की आगे की राह को लेकर अच्छे दृष्टिकोण से टिप्पणी की है और बताया है कि जियोजित फाइनेंशियल के लिए भविष्य में काफी उज्जवल हो सकता है। उनका मानना है कि कंपनी के पास उपभोक्ताओं और व्यापारिकों के साथ मजबूत कनेक्शन होने के कारण वे अपने व्यापार को आगे बढ़ा सकते हैं।

हालांकि, इसके बावजूद, कुछ समय में कुछ संस्थाओं द्वारा इस स्टॉक में बिकवाली की संकेत मिल रही है, क्योंकि यह स्टॉक टी सेग्मेंट का हिस्सा है और इस पर संस्थागत निवेशकों द्वारा बिकवाली की आशंका हो रही है।

इस बीच, सभी निवेशकों की निगाहें रिलायंस इंडस्ट्रीज की आगामी सालाना आम बैठक (AGM) पर हैं, जो 28 अगस्त को होने वाला है। इस बैठक के आयोजन परिवार अंबानी के द्वारा किया जाता है और यह संयंत्रक निगम जेएफएसएल की भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। इस AGM में अंबानी परिवार जेएफएसएल के भविष्य के बारे में कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं कर सकता है, जो इस स्टॉक की दिशा को प्रभावित कर सकती हैं।

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