गुजरात की एक केमिकल कंपनी के द्वारा आयोजित होने वाले IPO में प्रमोटर्स द्वारा शेयर बेचे जाएंगे, यहाँ जानिए इसका प्लान
वित्तिय वर्ष 2023 तक, यह कंपनी विश्वभर में 181 से अधिक बहुराष्ट्रीय और घरेलू कंपनियों को विभिन्न सेवाएँ प्रदान कर रही है। इसके प्रमुख बाजारों में जर्मनी, अमेरिका, स्विट्जरलैंड, इटली और मैक्सिको शामिल हैं, जहाँ यह अपनी सेवाओं की पेशेवरता और गुणवत्ता के साथ प्रमुख खिलाड़ी बन चुकी है। उच्च मानकों के साथ सेवाओं की पेशेवरता और विश्वसनीयता के क्षेत्र में यह कंपनी निरंतर अग्रणी स्थान बनाए रखने का प्रयास कर रही है और इसके प्रमुख बाजारों में अपने प्रतिस्पर्धियों के साथ सुदृढ़ और मजबूत मान-स्थान की दिशा में कदम बढ़ा रही है।
Jio Financial Share Price : दूसरे दिन भी अंबानी की कंपनी का शेयर 5% लुढ़का, निवेशकों के लिए क्या हो सकते हैं आगे के कदम?
Jio Financial Share Price: रिलायंस इंडस्ट्रीज की आगामी सालाना बैठक पर सभी निवेशकों की निगाहें मुख्य रूप से टिकी हुई हैं। इस आयोजित बैठक का आयोजन 28 अगस्त को होने वाला है, जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। आइए देखें कि JFSL के शेयरों में टूटने के पीछे कौन-कौने कारण हो सकते हैं जिनका असर इसकी मूल्य में परिवर्तन की दिशा में हो सकता है।

JFSL की लिस्टिंग सोमवार को हुई
पैसिव और एक्टिव म्यूचुअल फंड्स के बिकवाली करने के चलते जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (JFSL) के शेयर में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन टूट देखने को मिली. स्टॉक एक्सचेंज पर JFSL शेयर लगातार दूसरे दिन पांच फीसदी टूट के साथ 239.20 रुपये के स्तर पर आ गया। इससे पहले सोमवार को बीएसई पर कंपनी का शेयर 265 रुपये और एनएसई पर 262 रुपये के स्तर पर लिस्ट हुआ था।
इस टूट के पीछे का मुख्य कारण है पैसिव म्यूचुअल फंड्स का बिकवाली करना, जो कंपनी के शेयरों के बाजार में प्रतिस्थापन का काम करते हैं। इंडेक्स फंड्स और अन्य पैसिव निवेश उपकरणों ने जियो फाइनेंशियल को अपने इंडेक्स से हटा दिया है, जिससे कंपनी के शेयर में बिकवाली हो रही है।
जब कंपनी के इंडेक्स से हटाने की खबर आई, तो पैसिव फंड्स ने तुरंत शेयरों को बेचने का काम शुरू कर दिया, जिससे कंपनी के शेयरों की कीमत में गिरावट हो रही है। इसके बाद कंपनी के शेयरों की मूल्य में टूट देखने को मिला।
इसके अलावा, 24 अगस्त को निफ्टी50 और सेंसेक्स से बाहर किए जाने के बाद और भी शेयरों की बिक्री हो सकती है, क्योंकि पैसिव फंड्स द्वारा इसे ट्रैक करने वाले निवेशक अब इसे अपने पोर्टफोलियो से बाहर करने की तैयारी कर रहे हैं। नुवामा के कैलकुलेशन के मुताबिक, सेंसेक्स को ट्रैक करने वाले निवेशक जेएफएसएल के 5.5 करोड़ शेयरों की बिक्री कर सकते हैं।
जियोजित फाइनेंशियल (JFSL) के डॉक्टर वी के विजयकुमार ने कंपनी की आगे की राह को लेकर अच्छे दृष्टिकोण से टिप्पणी की है और बताया है कि जियोजित फाइनेंशियल के लिए भविष्य में काफी उज्जवल हो सकता है। उनका मानना है कि कंपनी के पास उपभोक्ताओं और व्यापारिकों के साथ मजबूत कनेक्शन होने के कारण वे अपने व्यापार को आगे बढ़ा सकते हैं।
हालांकि, इसके बावजूद, कुछ समय में कुछ संस्थाओं द्वारा इस स्टॉक में बिकवाली की संकेत मिल रही है, क्योंकि यह स्टॉक टी सेग्मेंट का हिस्सा है और इस पर संस्थागत निवेशकों द्वारा बिकवाली की आशंका हो रही है।
इस बीच, सभी निवेशकों की निगाहें रिलायंस इंडस्ट्रीज की आगामी सालाना आम बैठक (AGM) पर हैं, जो 28 अगस्त को होने वाला है। इस बैठक के आयोजन परिवार अंबानी के द्वारा किया जाता है और यह संयंत्रक निगम जेएफएसएल की भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। इस AGM में अंबानी परिवार जेएफएसएल के भविष्य के बारे में कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं कर सकता है, जो इस स्टॉक की दिशा को प्रभावित कर सकती हैं।