नई दिल्ली. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर रोहित एंड कंपनी ने 2-1 से अपने नाम की. फ्लॉप रहे केएस भरत को सभी चार मैचों में मौका मिला। इशान किशन को बाहर बैठना पड़ा. बांग्लादेश दौरे पर वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले ईशान किशन की क्रिकेट स्टोरी भी कम दिलचस्प नहीं है. (AP)
अपने स्कूल के दिनों में वो पढ़ाई से इतना बचते थे कि कभी 10 में से 2 तीन मार्कस से ज्यादा नहीं आ पाते थे. पिता भी परेशान थे कि आखिर उनके बच्चे का क्या भविष्य होगा. उनका बड़ा भाई राज किशन पेशे से डॉक्टर है. वो भी बचपन में क्रिकेटर बनना चाहते थे. खेल कूद में भी काफी अच्छे थे. (BCCI/IPL)
ईशान किशन ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि भाई हमेशा अच्छे मार्कस लाते थे. कभी 50 में से 48 मार्कस भी आज जाते थे तो बाकी दो अंक कटने के लिए उन्हें डांट पड़ती थी. वहीं, दूसरी तरफ मैं था जिसे लेकर घर वाले हमेशा परेशान रहते थे. बचपन में भाई भी खेलकूद में आगे थे. (BCCI)
ईशान किशन ने बताया कि हमारे कोच ने पिता से अनुरोध किया था कि राज किशन को खेल कूद से दूर ना करो. वो काफी होनहार लड़का है. क्रिकेट के क्षेत्र में काफी आगे जा सकता है. हालांकि पिता ने उनकी एक नहीं सुनी. उनका कहना था कि छोटा बेटा तो हाथ से निकल गया है. कम से कम एक बेटे को तो मैं अच्छे से पढ़ा लूं. (BCCI)
ईशान किशन ने बताया कि झारखंड में मैं क्रिकेट की ट्रेनिंग लेने गया. घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के आधार पर मेरा नाम आईपीएल 2018 से पहले ऑक्शन के लिए था. ऑक्शन के दिन मुझे कोई फिक्र नहीं थी. मैं दोस्तों के साथ फुटबॉल खेलने चला गया. (AP)
पिता और घर के बाकी सदस्य टीवी पर ऑक्शन लाइव देख रहे थे. मुझे ऑक्शन में 6.20 करोड़ मिले. झारखंड में ही साथ खेलने वाले मोनू सिंह ने मुझे इसकी जानकारी दी थी. घर लौटा तो देखा कि पिता जी को अस्पताल लेकर जाया गया है. इतनी पड़ी राशि को सुनकर पिता जी का बीपी बढ़ गया. (PTI)
मुझे इतना पैसा मिलने वाला है इसकी किसी को उम्मीद तक नहीं थी. मैं अस्पताल पहुंचा और पापा से मिला. जिसके बाद उन्हें वापस घर लाया गया. किशन ने बताया कि ऑक्शन के तुरंत बाद मुझे आकाश अंबानी ने फोन किया और टीम के साथ जुड़ने के लिए मुबारकबाद भी दी. (Twitter/Mumbai Indians)