बिहार में बाढ़ की चिंता: 8 नदियां खतरे के पार, लोगों को बचाने की तैयारी
गंगा के अलावा कोसी, गंडक, बागमती, घाघरा, कमला बलान, ललबकिया, और परमान नदियों के जलस्तर विभिन्न क्षेत्रों में लाल चिन्ह से ऊपर पहुंच गए हैं। इसके परिणामस्वरूप, बड़े क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है।
नेपाल में हो रही लगातार बारिश के परिणामस्वरूप, गंगा के अतिरिक्त कोसी, गंडक, बागमती, घाघरा, कमला बलान, ललबकिया, और परमान नदियों के जलस्तर विभिन्न क्षेत्रों में लाल चिन्ह से ऊपर पहुंच गए हैं। यह वृद्धि बड़े क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका को और भी बढ़ा दिया है। जलस्तर की बढ़ते चिन्हों के मध्यवर्ती में, जल संसाधन विभाग ने प्रदेश भर में अलर्ट जारी किया है, ताकि लोग सतर्क रहें और जरूरी तैयारियों को कर सकें।
कोसी और गंडक बराजों में इस साल के रिकॉर्ड जलस्राव की खबरें आ रही हैं। कोसी के वीरपुर बराज पर बीती रात को 2.11 लाख क्यूसेक पानी था, और गंडक नदी के वाल्मीकिनगर बराज पर बुधवार को 2.93 लाख क्यूसेक पानी पहुंच गया। इन बराजों के फाटकों को ऊपर खोला गया है और पानी के स्तर की निगरानी की जा रही है।
जल संसाधन विभाग के अनुसार, गंगा नदी कटिहार में खतरे के निशान को पार कर गई है, जबकि बागमती सीतामढ़ी, शिवहर, और मुजफ्फरपुर में खतरे के निशान से ऊपर है। कोसी खगड़िया, कमला नदी मधुबनी के झंझारपुर, जयनगर, ललबकिया पूर्वी चंपारण, परमान नदी पूर्णिया में भी जलस्तर बढ़ गया है। केन्द्रीय जल आयोग ने आगामी दिनों में इन नदियों में और बढ़ोतरी की संभावना व्यक्त की है।
पटना में लाल निशान के पार हो सकती है गंगा
पटना के गांधीघाट पर गुरुवार को गंगा नदी के खतरे के निशान के पार होने की आशंका है। नगर के निकट स्थित गंगा नदी के साथ-साथ सोन और पुनपुन नदियों का जलस्तर तेजी से वृद्धि कर रहा है। गंगा नदी के पटना के दीघाघाट, गांधीघाट और हाथीदह क्षेत्र में जलस्तर में वृद्धि दर्शाई जा रही है।
सोन नदी ने कोईलवर क्षेत्र के अलावा मनेर क्षेत्र में भी अपने जलस्तर में वृद्धि दिखाई है। इसी प्रकार, पुनपुन नदी भी पटना के श्रीपालपुर क्षेत्र में ऊपर की ओर बढ़ रही है।