लालू यादव की याचिका में ऑडियो समस्या के बावजूद Supreme Court की सुनवाई
सीजेआई के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने अपनी अदालत में आये ऑडियो में दिक्कत को तय करने के लिए सुप्रीम कोर्ट की तकनीकी टीम की सहायता ली। जब वे शुक्रवार को कुछ मामलों की सुनवाई कर रहे थे, तभी ऑडियो में तकनीकी समस्या आ गई, जिससे उनकी आवाज उन लोगों तक नहीं पहुंच पा रही थी जो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उनकी सुनवाई देख रहे थे। इस समस्या को बताने वाले सूत्रों के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट की तकनीकी टीम ने इसे सुलझाया।
इस परिस्थिति में, व्यवधानों के कारण, कई वकील, वादी, और पत्रकारों को सीजेआई की अदालत के समक्ष उपस्थित होने या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से न्यायिक कार्यवाही को देखने में कठिनाइयाँ आई। हालांकि, शीर्ष अदालत ने इस मामले में सुविधाएँ पेश की, और अब वकीलों और अन्य व्यक्तियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालती कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति दी है।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को अपने अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने वाली याचिका को खारिज कर दिया है, जिसके बावजूद कि न्यायालय के निर्देशों के बाद भी यह मामला सूचीबद्ध नहीं किया गया था। इस मामले में एक वकील को सुप्रीम कोर्ट द्वारा कड़ी फटकार लगाई गई है और उसके द्वारा रजिस्ट्री को धमकाने का प्रयास किया गया है, जिससे कानून की प्रक्रिया का दुरुपयोग हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने इस मामले में न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा ने यह स्पष्ट किया कि मामले की सूचीबद्धि के न होने के कारण, महासचिव और रजिस्ट्रार (सूचीकरण) के खिलाफ अवमाननाकार्यवाही को किसी भी तरह का आधार नहीं मिल सकता है।