स्टॉक मार्केट की भयंकर लहर: HDFC बैंक को लगा तगड़ा झटका
पिछले हफ्ते सेंसेक्स में करीब 400 अंक की गिरावट आई है
पिछले सप्ताह ने स्टॉक बाजार में आए तहलके के मोमें मचाया। सेंसेक्स और निफ्टी ने दोनों ही इंडेक्स में लगातार गिरावट दर्ज की, जिसने बाजार की माहौल में गहरी गड़बड़ी की उत्पन्न की। इस घटनात्मक परिदृश्य के बीच, एक विशेष बैंक ने अपनी मार्केट कैपिटलाइजेशन में विशेष नुकसान झेलने का सामना किया – HDFC बैंक।
हालांकि बाजार में तात्कालिक स्थिति के अनुसार गिरावट का स्वागत नहीं किया गया, लेकिन HDFC बैंक को उसकी मार्केट कैपिटलाइजेशन में उठाना पड़ा जो कि उसके लिए एक बड़ी चुनौती बनी। इस घटना ने बाजार में उत्थान-पतन की मात्रा को और भी तेज कर दिया और साथ ही निवेशकों की चिंताओं की आवश्यकता को बढ़ा दिया।
इस बाजार के उतार-चढ़ाव के माहौल में, शेयर बाजार के विभिन्न सेक्टरों में निवेशकों ने अपने निवेश स्ट्रैटेजी को पुनरावलोकन किया है, जबकि बैंकिंग सेक्टर में HDFC बैंक की नुकसान की चर्चा हो रही है। यह स्थिति बाजार की दिशा-निर्देशकता के संबंध में भी एक महत्वपूर्ण प्रश्न उठाती है, जिसका असर आने वाले सप्ताह में दिख सकता है।
एचडीएफसी बैंक को सबसे ज्यादा नुकसान
इस हफ्ते, देश की शीर्ष 10 कंपनियों में से एक एचडीएफसी बैंक ने सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ा है। एचडीएफसी बैंक की मार्केट वैल्यू इस हफ्ते 25,011 करोड़ रुपये कम होकर 12,22,392.26 करोड़ रुपये रह गई है। इसके साथ ही, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंफोसिस और आईटीसी की मार्केट वैल्यू भी कम हो गई है, जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस और भारतीय स्टेट बैंक को लाभ मिला है।
यह नुकसान वृद्धि के दिशानिर्देशक के रूप में साक्षात्कारित किए गए स्टॉक मार्केट की स्थिति का परिणाम है, जिसमें विभिन्न कंपनियों के शेयरहोल्डर्स की निवेश से जुड़ी मूल्य की कमी दर्शाई गई है। इस स्थिति के परिणामस्वरूप, बाजार में तेजी-मंदी की गतिविधियों में उतार-चढ़ाव आया है जो निवेशकों की चिंताओं की वृद्धि कर रहा है।
विचलित हुए शेयरों का नया मूड: इन कंपनियों के शेयरों में टूटा भाव!
पिछले हफ्ते, देश के दूसरे सबसे बड़े प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई बैंक के शेयर प्राइस में भी गिरावट आई है, जिसके परिणामस्वरूप बैंक के एमकैप पर भी प्रभाव दिख रहा है। आईसीआईसीआई बैंक की बाजार मूल्यांकन मात्र 12,781 करोड़ रुपये से घटकर 6,66,512.90 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है, जबकि भारती एयरटेल का एमकैप 11,096.48 करोड़ रुपये से घटकर 4,86,812.08 करोड़ रुपये तक आ गया है।
यह नया मूड बाजार के उछाल-दुखल के साथ एक और प्रमुख उपकरण बन गया है, जिसने विभिन्न कंपनियों के शेयरहोल्डर्स की मूल्य की कमी को दर्शाया है। इस स्थिति में, आईसीआईसीआई बैंक के शेयर प्राइस में हुई गिरावट ने बैंक के एमकैप पर बुरे प्रभाव को दर्शाया है, जबकि भारती एयरटेल की बाजार मूल्यांकन में भी कमी दिख रही है।
हिंदुस्तान यूनिलीवर : इस पिछले हफ्ते में, हिंदुस्तान यूनिलीवर का एमकैप 10,396.94 करोड़ रुपये से घटकर 5,87,902.98 करोड़ रुपये रह गया है, जबकि आईटीसी का एमकैप 7,726.3 करोड़ रुपये से घटकर 5,59,159.71 करोड़ रुपये तक आ गया है। इसके साथ ही, बजाज फाइनेंस और इंफोसिस के एमकैप में भी गिरावट दर्शाई गई है।
यह वृद्धि और गिरावट के दिशानिर्देशक बाजार के उछाल-दुखल की दृष्टि से महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं, जिनमें कंपनियों के शेयरहोल्डर्स की मूल्य की उतार-चढ़ाव दिख रहा है। इस माहौल में, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी के एमकैप में हुई गिरावट ने बाजार में नकारात्मक प्रभाव को दर्शाया है, जबकि बजाज फाइनेंस और इंफोसिस की बाजार मूल्यांकन में भी कमी दिख रही है।
रिलायंस ने फिर लहराया परचम
टूटते बाजार में भी बढ़त की दिशा में देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी कदम बढ़ाया है। इस हफ्ते रिलायंस इंडस्ट्रीज के एमकैप में 25,607.85 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे उसका एमकैप 17,23,878.59 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। इसके साथ ही, टीसीएस और एसबीआई के एमकैप में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज अब भी देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी बनी हुई है, इसके बाद टॉप-10 में क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंफोसिस, आईटीसी, एसबीआई, भारती एयरटेल और बजाज फाइनेंस हैं। यह वृद्धि दिखाती है कि बाजार में बदलाव की दिशा में कुछ नया हो रहा है और कंपनियों के मूल्य में उतार-चढ़ाव दिखाई दे रहे हैं।