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डूंगरपुर. अधिकतर जगह होली (Holi Celebration) का खुमार करीब-करीब उतर चुका है लेकिन राजस्थान में कई ऐसे इलाके हैं, जहां पूरे फागुन महीने ही होली खेली जाती है. वह भी अलग-अलग तरीकों से. आदिवासी बहुल डूंगरपुर (Tribal Region) भी प्रदेश का ऐसा इलाका है, जहां होली के दिन के बाद भी कई तरह से होली खेली जाती है. जिले के सांगवाड़ा ब्लॉक के डेंडोरवाड़ा में शुक्रवार को एक आयोजन हुआ, जिसमें स्थानीय लोगों ने टमाटरों की होली (Tomato Holi) खेली. यह टमाटर होली स्पेन के ‘ला टोमाटीना’ फेस्टिवल (La Tomatina of Spain) जैसी ही रही, जिसमें आदिवासियों ने एक-दूसरे पर टमाटर बरसाए.

टमाटरों की इस होली में दो टोलियां बनाकर एक दूसरे पर टमाटर फेंके जाते हैं. एक दूसरे को लाल कर होली की बधाई दी जाती है. बीते शुक्रवार को हुई इस टमाटर होली को देखने के लिए भी बड़ी संख्या में जिले भर से लोग पहुंचे.

इस टमाटर की होली के लिए सागवाड़ा के आस पास के 12 फलों के आदिवासी एकत्रित होकर दो टीमें बनाते हैं. बाद में एक दूसरे पर खूब टमाटर बरसाते हैं. सालों से डेंडोरवाड़ा में लोग इस परंपरा का निर्वहन करते आ रहे हैं. इस बार इस आयोजन में लोगों ने 500 किलो टमाटर एक दूसरे पर फेंके. असल में गांव वालों का मानना है कि टमाटर की होली खेलने से गांव में कोई आपदा नहीं आती.

जिले में होली से कई परंपराएं जुड़ी हैं, जिनमें भीलुड़ा में पत्थरों की राड़, तो कोकापुर में जलते अंगारों पर चलने की परंपरा है. डेंडोरवाड़ा की अपनी परंपरा है. यहां टमाटर होली के बाद डीजे की धुनों पर युवाओं ने खूब डांस किया. इस दौरान युवाओं ने जमकर एक दूसरे को टमाटर भी मारे. गौरतलब है कि होली के बाद चौथ के मौके पर यहां युवा टमाटर की राड़ या होली खेलते हैं और रंग-गुलाल की जगह एक-दूसरे पर टमाटरों की बौछार करते हैं.

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FIRST PUBLISHED : March 11, 2023, 13:53 IST



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