Net Avenue Technologies ipo latest update-54 गुना सब्सक्राइब! क्या यह 16 रुपये वाले IPO में चुनौती है? निवेश का बेहतरीन मौका अब भी बाकी है!

Net Avenue Technologies ipo latest update- 54 गुना सब्सक्राइब! क्या यह 16 रुपये वाले IPO में चुनौती है? निवेश का बेहतरीन मौका अब भी बाकी है!….


एक और कंपनी तैयार है Stock Market में कदम रखने के लिए। इसकी खास बात यह है कि इस IPO के प्राइस बैंड को 16 रुपये से 18 रुपये तक मेहसूस किया जा रहा है, और सिर्फ दो दिनों में इसने 54 गुना सब्सक्राइब करा लिया है।

Net Avenue Technologies ipo latest update- 54 गुना सब्सक्राइब! क्या यह 16 रुपये वाले IPO में चुनौती है? निवेश का बेहतरीन मौका अब भी बाकी है!,KALTAK NEWS.COM


16 रुपये वाले आईपीओ में निवेश का मौका! शेयर बाजार में इन दिनों IPO का बाजार गरम है। टाटा टेक से लेकर गांधार ऑयल और कुछ और कंपनियों के IPO इस हफ्ते के दौरान आए हैं। अब एक और IPO शेयर मार्केट में एंट्री करने के लिए तैयार है, और निवेशकों को इसमें बड़ा रिस्पांस मिल रहा है। पिछले दो दिनों के दौरान इस IPO को करीब 54 गुना तक सब्सक्राइब किया गया है, जिसमें रिटेल इंवेस्टर्स ने 89 गुना तक का हिस्सा लिया है।

नेट एवेन्यू टेक्नोलॉजी (Net Avenue Technologies) का IPO सब्सक्रिप्शन 30 नवंबर को खुला और 4 दिसंबर को बंद हो जाएगा। यह एक SME सेगमेंट का IPO है, जिसमें दो दिनों के दौरान 54.58 गुना बुकिंग हो चुकी है। Chittorgarh.com के डेटा के अनुसार, रिटेल सेगमेंट में 1 दिसंबर तक 89.06 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर (QIB) से 0.41 गुना, और नॉन इंस्टिट्यूशनल निवेशकों से 46.17 गुना सब्सक्राइब किया गया है। इस आईपीओ में निवेशकों की उत्सुकता को देखते हुए यह स्पष्ट है कि वे इस नए विकल्प में दिखाए गए मौके का बहुत अच्छा स्वागत कर रहे हैं। नेट एवेन्यू टेक्नोलॉजी के आईपीओ का विशेषता स्वरूप सीएसएमई सेगमेंट का होना इसे निवेशकों के बीच लोकप्रिय बना रहा है।

इस IPO की सफलता ने बाजार में एक नया उत्साह बूढ़ा दिया है और निवेशकों को यह दिखा रहा है कि वे नए और सुचना पूर्ण क्षेत्रों में अपना पूंजी लगा कर मुनाफा कमा सकते हैं। इस IPO के सफल सब्स्क्रिप्शन से साबित हो रहा है कि निवेशक अब भी आपसी योजना और सुचना क्षेत्र में नए अवसरों की खोज कर रहे हैं और उन्हें सकारात्मक परिणाम दिखा रहे हैं।

नेट एवेन्यू टेक्नोलॉजी के IPO का समापन 4 दिसंबर को होने वाला है और इसकी उपलब्धता के बावजूद निवेशकों की उत्सुकता और इसमें हो रही भरपूर रुचि दिखाती है कि इसकी सफलता से बाजार में नया रूचाना उत्पन्न हो सकता है।

पहले ही दिन 14 गुना सब्‍सक्राइब 

पहले ही दिन 14 गुना सब्सक्राइब! पब्लिक इश्यू के माध्यम से इस आईपीओ में 37,92,000 बोलियां प्राप्त हुईं हैं, जो 20,69,84,000 आवेदनों की तुलना में हैं। इस SME सेगमेंट के IPO ने अपने पहले दिन में 14 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब किया गया, जिसमें रिटेल निवेशकों ने 23.37 गुना और NII ने 10.74 गुना सब्सक्राइब किया है।

इस आईपीओ के सफल सब्सक्राइब का यह उत्साह दर्शाता है कि निवेशकों में इस नए विकल्प के प्रति बड़ा आत्मविश्वास है। शेयर बाजार में इस IPO के पहले दिन की चमक ने दिखाया है कि इसमें जीवंतता है और लोग इसमें विश्वास करके अपना निवेश कर रहे हैं।

रिटेल निवेशकों की ओर से 23.37 गुना और NII की ओर से 10.74 गुना सब्सक्राइब होने का मतलब है कि ये वर्ग भी इस आईपीओ में विशेष रूप से रुचारूप हैं। इससे साबित हो रहा है कि निवेशक नए और छोटे उद्यमों में भी अपनी रुचि को बढ़ाते हैं और उन्हें इस आईपीओ में एक अच्छा मौका मिला है।

इस IPO की लोकप्रियता ने बाजार में एक सकारात्मक माहौल पैदा किया है और निवेशकों को यह दिखा रहा है कि वे नए और छोटे उद्यमों के निवेश में बड़े हिस्से को अपना सकते हैं, जिससे उन्हें अच्छे मुनाफे की उम्मीद है।

सिर्फ 16 रुपये का प्राइस बैंड

सिर्फ 16 रुपये का प्राइस बैंड! नेट एवेन्यू टेक्नोलॉजीज का IPO 5,696,000 इक्विटी शेयरों का पब्लिक इश्‍यू है। इस इश्यू में खुदरा निवेशकों को 1,896,000 शेयर, योग्य संस्थागत खरीदारों को 1,080,000 शेयर, और गैर-संस्थागत निवेशकों को 816,000 शेयर मिलेंगे। आईपीओ का प्राइस बैंड 1 रुपये प्रति शेयर के फेस वैल्यू पर 16 रुपये से 18 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। इस IPO का कुल साइज 5,696,000 शेयर है जो 10.25 करोड़ रुपये तक का है। इस IPO का 50 फीसदी हिस्‍सा QIB के लिए रिजर्व है, वहीं 30 फीसदी हिस्‍सा रिटेल निवेशकों के लिए है और ऑफर का कम से कम 15 फीसदी हिस्‍सा NII के लिए रखा गया है।

ग्रे मार्केट में अच्‍छे संकेत 

ग्रे मार्केट में अच्‍छे संकेत! इस इश्यू ने 29 नवंबर, 2023 को एंकर निवेशकों से लगभग 2.91 करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी IPO से मिले पैसों को बाजार में निवेश करेगी और अपने कारोबार को बेहतर बनाने में खर्च करेगी। श्रेनी शेयर्स लिमिटेड नेट एवेन्यू टेक्नोलॉजीज आईपीओ का बुक रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि बिगशेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड इश्यू का रजिस्ट्रार है। इस आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम +7 है, जिसका मतलब है कि ग्रे मार्केट में शेयर अपने 7 रुपये के प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं। इसका मतलब है कि 18 रुपये से यह 38% अधिक है।

tata projects latest news: TCL-Tata Consumer Merger Gets the Green Light from NCLT!-“इतिहास में एक और बड़ा पल: NCLT की मंजूरी से Ratan Tata कंपनी का आखिरी दिन”

tata projects latest news: TCL-Tata Consumer Merger Gets the Green Light from NCLT!-“इतिहास में एक और बड़ा पल: NCLT की मंजूरी से Ratan Tata कंपनी का आखिरी दिन”….


“टाटा टेक्नोलॉजीज ने स्टॉक मार्केट में प्रवेश किया है। इस समय, रतन टाटा की एक कंपनी के विलय की मंजूरी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की ओर से प्राप्त हुई है।”


एक और टाटा ग्रुप कंपनी तैयार है मर्ज होने के लिए। टाटा कॉफी लिमिटेड (Tata Coffee Ltd) ने शुक्रवार को घोषणा की कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की कोलकाता बेंच ने टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और टीसीपीएल ब्रेवरीज एंड फूड के साथ मर्जर को मंजूरी दे दी है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के माध्यम से बताया कि कोलकाता बेंच ने इस आदेश को 10 नवंबर, 2023 को जारी किया है, जबकि कंपनी को आदेश की प्रति 1 दिसंबर, 2023 को मिली थी।

इस मर्जर का उद्देश्य टाटा कॉफी लिमिटेड को टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और टीसीपीएल ब्रेवरीज एंड फूड के साथ एकीकृत होकर और सुदृढ़ होकर उच्च क्षेत्रीय कवरेज और विकास की समर्थन को बढ़ावा देना है। इस साझेदारी से टाटा कॉफी लिमिटेड की विभिन्न विभागों के अनुभव और उपकरणों का उपयोग करके अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को मजबूत करने का प्रयास है।

इस नए साझेदारी से संबंधित बड़ी खबर ने वित्तीय बाजारों में भी बड़ी चर्चा और रुचि उत्पन्न की है। आने वाले समय में इस मर्जर के परिणामस्वरूप उत्पन्न होने वाले उदारीकरण और उपयोगिता के परिप्रेक्ष्य में और भी अधिक जानकारी आने की संभावना है।

इस समय, टाटा ग्रुप और संबंधित कंपनियों के प्रति बाजार की नजरें बढ़ी हुई हैं, और इस मर्जर से साझेदारी के नतीजे के बारे में और विस्तृत जानकारी जारी होते ही बाजार में और भी गहराई से चर्चा होने की संभावना है।

क्‍यों मर्ज की जा रही कंपनी?  

कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग के माध्यम से घोषित किया है कि कई कारणों के चलते उसमें मर्ज होने का प्रस्ताव है, जिनमें विशेष रूप से प्रबंधन और परिचालन को सरल और मजबूत बनाए रखना शामिल है। वर्तमान में, यह कंपनी वैश्विक रूप से खाद्य और पेय उत्पादों का निर्माण और विपणी कर रही है। टाटा कॉफी (TCL) और उसकी सहायक कंपनियाँ इंस्टेंट कॉफी, ब्रांडेड कॉफी, और बागबानी व्यापार में सक्रिय हैं।

क्षमता विस्‍तार की भी मिली मंजूरी 

कंपनी को क्षमता विस्तार के लिए भी मंजूरी मिली है। इसके साथ ही, वियतनाम में पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के क्षमता विस्तार के लिए निदेशक मंडल ने भी हाँ कह दी है। अब कंपनी इस क्षमता विस्तार के लिए 450 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। निदेशक मंडल ने वियतनाम में एक्स्ट्रा 5,500 टन ‘फ्रीज-ड्राय कॉफी’ फैसिलिटीज की स्थापना के लिए भी मंजूरी दी है। वियतनाम की इस कंपनी की मौजूदा क्षमता लगभग 5000 टन है।

यह निर्णय टाटा कॉफी की स्थिति को मजबूत करने और उसकी वियतनामी शाखा को मौद्रिक रूप से बढ़ावा देने का हिस्सा है। इस नए पैम्बर इन्वेस्टमेंट के माध्यम से, कंपनी ने वियतनाम में अत्यंत मूल्यवान ‘फ्रीज-ड्राय कॉफी’ फैसिलिटीज को अपग्रेड करने का निर्णय लिया है, जिससे कंपनी की उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी।

इस निवेश से साथ ही, वियतनाम में नई रूप से 5,500 टन के ‘फ्रीज-ड्राय कॉफी’ फैसिलिटीज की शुरुआत होगी, जो उत्पादन की विविधता और गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करेगी। इससे स्थानीय उत्पादकों और बाजार को भी लाभ होगा, जो अधिक मानक और विविध उत्पादों का आनंद लेंगे।

इस स्थिति में, टाटा कॉफी अपनी मौद्रिक और तकनीकी स्थिति में सुधार करने का दृढ़ इरादा करती है, जिससे वह अपने विचारशील प्रयासों के माध्यम से अधिक उपभोगकर्ताओं को प्रदान कर सकती है और बाजार में एक मजबूत पहचान बना सकती है।

टाटा कॉफी के शेयर में उछाल 

टाटा कॉफी के शेयर में एक उछाल देखा गया है। शुक्रवार को टाटा कॉफी के शेयर 0.59% फीसदी की बढ़ोतरी के साथ बंद हुए थे। वर्तमान में, टाटा कॉफी के इस कंपनी के शेयर का मूल्य 279.55 रुपये है। इस दौरान, छह महीने के अंतराल में इस स्टॉक का मूल्य लगभग 22 फीसदी बढ़ा है। कंपनी के 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 283.80 रुपये प्रति शेयर है। कंपनी की मार्केट कैप 52.26 अरब रुपये है।

टाटा टेक ने कराई थी कमाई 

टाटा टेक ने अच्छी कमाई की थी। एक महत्वपूर्ण बात है कि कुछ दिनों पहले ही एक और टाटा ग्रुप कंपनी ने स्टॉक मार्केट में प्रवेश किया था। टाटा टेक के शेयरों ने पहले दिन ही निवेशकों को 165 फीसदी का प्रीमियम प्रदान किया था। हालांकि, उसके अगले दिन टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) के शेयरों में कमी देखने को मिली। शुक्रवार को इसने 7.39% की गिरावट के साथ प्रति शेयर 1,216 रुपये पर बंद हुआ।

kanpur news in hindi today-“खुलासा: राज मिस्त्री से अफेयर, पति की 45 करोड़ की संपत्ति, और कत्ल! टीचर के बेटे ने पुलिस को क्या-क्या बताया, सुनें अब”

kanpur news in hindi today-“खुलासा: राज मिस्त्री से अफेयर, पति की 45 करोड़ की संपत्ति, और कत्ल! टीचर के बेटे ने पुलिस को क्या-क्या बताया, सुनें अब”….


कानपुर में रहने वाले सरकारी टीचर राजेश गौतम की अद्भुत और भयानक कहानी खुल गई है, जिसमें उनकी पत्नी पिंकी ने उन्हें राज मिस्त्री के साथ अफेयर में पकड़ते ही कत्ल कर दिया। इस हत्या के पीछे छुपी रहस्यमय दास्तान को कानपुर की खबरों ने उजागर किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, राजेश की 45 करोड़ की संपत्ति के मालिक होने के बावजूद, उनकी जीवनशैली में अफेयर की बातें आम थीं। पिंकी का राज मिस्त्री से चल रहा था और इसके चलते पति-पत्नी के बीच निरंतर विवाद होता रहता था।

कनपूर प्रशासन ने इस घटना की जानकारी प्राप्त करते ही राजेश गौतम के बेटे से सम्पर्क किया और उससे घटना की डिटेल्स जानी। रिपोर्ट के अनुसार, राजेश के बेटे ने बताया कि वह उसी दिन पिताजी के साथ वॉकिंग के लिए जा रहे थे, लेकिन मां ने उन्हें घर के बाथरूम में बंद कर दिया था।

2021 में कानपुर के कोयला नगर में रहने वाले सरकारी टीचर राजेश गौतम ने अपने प्लॉट पर निर्माण कार्य शुरू किया था, जिसमें उन्होंने राज मिस्त्री शैलेंद्र सोनकर को काम पर रखा था। इस कारण शैलेंद्र का घर पर भी आना जरूरी था, जहां उसने राजेश की पत्नी पिंकी से मुलाकात की। पिंकी ने उत्कृष्ट रूप से बीएड की शिक्षा प्राप्त की थी और उसकी सुंदरता को देखकर शैलेंद्र मन ही मन उसे पसंद करने लगा। उनके हावभाव से पिंकी ने उसकी इशारों को समझा लिया और दोनों के बीच एक अफेयर की शुरुआत हो गई।

शैलेंद्र अक्सर राजेश की गैर मौजूदगी में पिंकी के घर पर गुलछर्रे उड़ाता था, जिसकी बात राजेश को पता चली। इस पर राजेश ने शैलेंद्र को रोक लगा दी और विवाद बढ़ने पर पिंकी और शैलेंद्र ने मिलकर राजेश को हटाने की साजिश की। यह अवैध संबंध ने राजेश और पिंकी के बीच निरंतर झगड़ों को उत्पन्न किया।

झगड़ों की तनावपूर्ण स्थिति में, पिंकी और शैलेंद्र ने मिलकर एक षड्यंत्र रचा जिसमें राजेश को खत्म करने का निशाना बनाया गया। इसका परिणामस्वरूप, एक दिन जब राजेश और उनका बेटा सुबह की वॉकिंग के लिए निकले, तब पिंकी ने उन्हें घर के बाथरूम में बंद कर दिया। इस बीच, शैलेंद्र ने अपनी योजना को कार्रवाई में बदलते हुए राजेश को हमला करने का निर्णय लिया।

राजेश की हत्या के बाद, पिंकी और शैलेंद्र ने मिलकर इस घटना को छुपाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने इसे तत्काल खुला कर लिया। राजेश के बेटे द्वारा पुलिस को दी गई जानकारी के बाद, शैलेंद्र को गिरफ्तार किया गया और अदालत में मुकदमा चलाया जा रहा है। पिंकी को भी अदालत में जवाबी करवाहट के लिए बुलाया गया है। इस अजीब और खौंटा भरे किस्से के पर्दाफाश के साथ, कानपुर शहर में इस घटना ने लोगों में आश्चर्य और चिंता का माहौल बना दिया है।

उसके बाद, पिंकी ने एक मौके पर राजेश को जहर मिला दिया, लेकिन राजेश को अस्पताल में त्वरित इलाज कराने के बाद उसकी जान बच गई। इस घटना के बाद, पिंकी ने राजेश की हत्या के लिए एक सुपारी भी दी थी, लेकिन उस समय सुपारी लेने वाला व्यक्ति पैसे लेकर भाग गया था।

चार लाख रुपये में सुपारी देकर पिंकी ने करवा दी पति की हत्या

इस बार, पिंकी ने शैलेंद्र के साथ मिलकर राजेश की हत्या की सुपारी दी, जिसके लिए उन्होंने चार लाख रुपये भी दिए। पिंकी ने एक प्लान बनाया कि राजेश की हत्या को एक अनुपयोगी हादसे का रूप दिया जाए, ताकि राजेश के नाम पर तीन करोड़ का बीमा क्लेम उसे मिल सके। राजेश, सरकारी शिक्षक होने के साथ-साथ, प्रॉपर्टी कारोबार में भी शामिल थे।

बीते चार नवंबर को, जब राजेश घर से बाहर टहलने निकले, तो शैलेंद्र और सुपारी लेने वाले ने उन्हें कार से कुचल दिया। पुलिस ने इस मामले को एक्सीडेंट के रूप में दर्ज किया, लेकिन राजेश के भाई ने हत्या की बात पुलिस से कही। इसके बाद, एक सीसीटीवी मिली, जिसमें राजेश को कुचलने वाली कार का पीछा करते हुए नजर आई। इसके बाद पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया और जांच शुरू की।

जांच के दौरान, पुलिस ने पिंकी की कॉल डिटेल्स निकाली और पता चला कि घटना के दिन पिंकी ने शैलेंद्र सोनकर से बात की थी। इसके बाद पुलिस ने शैलेंद्र को पकड़कर पूछताछ की, जिससे पूरा मामला सामने आया।

पुलिस के अनुसार, राजेश गौतम के दो बेटे भी हैं और राजेश के 9 साल के बेटे ने बताया कि उस दिन उसने पापा के साथ वॉकिंग के लिए जाने का इरादा किया था, लेकिन मां ने उसे बाथरूम में बंद कर दिया था।

घटना को लेकर पुलिस ने क्या कहा?

सैनपारा थाने के इंचार्ज पवन कुमार के अनुसार, पिंकी ने सुपारी देने के बाद अपने प्रेमी शैलेंद्र के साथ मिलकर पहले से ही निर्धारित कर रखा था कि वह पति को गाड़ी से कुचलकर मार डालेगी। पति के घर से निकलते ही, उसने शैलेंद्र को फोन करके सूचना दी थी। शायद उसे तब महसूस हुआ होगा कि बेटे को मारने से कोई फायदा नहीं होगा, इसलिए उसने बेटे को जबरदस्ती घर के अंदर बुलाकर बाथरूम में बंद कर दिया था।

पिंकी ने शैलेंद्र को जब फोन किया, तो उसने बताया कि राजेश अपने घर से निकल चुके हैं और उसकी मौके पर गाड़ी अवरुद्ध हो सकती है। शैलेंद्र ने इसका फायदा उठाते हुए तय किया कि यह सुनहरा मौका है अपनी राजमाँओं को पूरा करने का।

उसने अगले कुछ मिनटों में राजेश को गिरफ्तार करने का ठान लिया और तय किया कि गाड़ी से उसका कच्चा चिट्ठा कर देंगे। पिंकी ने राजेश को जिस बार में सकुलन और बाथरूम में बंद कर दिया, शैलेंद्र ने उसी समय कार को चलाना शुरू कर दिया।

दुःखद रूप से, राजेश के बेटे के जीवन के पथ से इस हत्या का असर होने वाला था। उसने बताया कि उसे बहुत बार मां ने पिता के साथ बाहर जाने से रोक दिया और उसे बाथरूम में बंद कर दिया गया। इस दुर्भाग्यपूर्ण कथा में, परिवार के सदस्यों के बीच विशेष रूप से मां-बेटे के बीच तनाव और असमंजस की बातें सामने आई हैं। इसकी जांच जारी है और उससे यह स्पष्ट होता है कि इस घटना के पीछे कई तत्व शामिल हैं जो उग्र और दुखद हैं।

china new virus viral pneumonia respiratory disease-“चीन में ‘नई बीमारी’ का कहर! एक्सपर्ट की चेतावनी: हजारों बच्चे हो रहे बीमार, कोरोना का और एक नया खतरा?”

china new virus viral pneumonia respiratory disease-“चीन में ‘नई बीमारी’ का कहर! एक्सपर्ट की चेतावनी: हजारों बच्चे हो रहे बीमार, कोरोना का और एक नया खतरा?”….


चीन में एक बार फिर ‘कोरोना जैसा कहर’ आरंभ हो गया है। हजारों बच्चे इस नई बीमारी के शिकार हो रहे हैं और उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो रही है। चीन में इस नई बीमारी के फैलने से लोगों में चिंता बढ़ रही है। इस समय, विशेषज्ञों ने बताया कि चीन में यह बीमारी कैसे फैल रही है और इसके पीछे का कारण क्या हो सकता है।


चीन में बच्चों के बीच फैल रही निमोनिया जैसी बीमारी पर चर्चा है। इन बच्चों को सांस लेने में मुश्किलें आ रही हैं और रोजाना सात हजार से अधिक बच्चे अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। इस नई बीमारी के बढ़ते मामलों के कारण वैश्विक चिंता बढ़ी हुई है, लेकिन चीन का दावा है कि इसमें डरने की कोई बात नहीं है।

चीन के अधिकारी यह दावा कर रहे हैं कि यह बीमारी किसी नए पैथोजन या संक्रमण का कारण नहीं है, और इसमें कुछ असामान्य नहीं है। उनका कहना है कि चीन में इस बीमारी का फैलना सामान्य है, और कोविड-19 की कड़ी पाबंदियों को हटाने के कारण बच्चों में फ्लू के मामले बढ़ रहे हैं।

पिछले हफ्ते, चीन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को जवाब दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि बच्चों में निमोनिया जैसे मामलों का बढ़ना ‘असामान्य’ या ‘नई बीमारी’ नहीं है। उनका तर्क था कि कोविड प्रतिबंधों को खत्म करने से फ्लू जैसी बीमारी बढ़ रही है।

चीन के अधिकारी ने कहा कि बच्चों में इस नई बीमारी के मामलों में वृद्धि का मुख्य कारण कोविड-19 से संबंधित प्रतिबंधों की स्थिति का समाप्त होना है। उनका मानना ​​है कि इससे बच्चों को फ्लू हो रहा है, जो सामान्य बीमारी है और इसमें कोई अत्यधिक खतरा नहीं है।

हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस मामले का ज्यादा से ज्यादा जांच करने का आदान-प्रदान किया है और चीन के दावों की पुष्टि करने के लिए अनुसंधान जारी किया है।

विशेषज्ञों का कहना ​​है कि इस समय किसी भी नई बीमारी की सच्चाई को सुनिश्चित करने के लिए तत्परता बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। चीन में फैल रही इस नई बीमारी का अध्ययन करते हुए वैश्विक समुदाय को इसके विषय में सुचिन्हित रहना चाहिए ताकि कोई भी संभावित खतरा समय रहते पहचाना और नियंत्रित किया जा सके।

चीन में निमोनिया जैसी बीमारी के मामले बढ़ रहे हैं, जिससे लोगों में तनाव बढ़ रहा है, खासकर क्योंकि इसी स्थान से चार साल पहले, दिसंबर 2019 में, कोविड का प्रारंभ हुआ था। इसके बाद, कोविड ने दुनियाभर में फैलाव बढ़ा दिया और एक महामारी बन गई। इस समय, चीन के नेशनल हेल्थ कमिशन के अधिकारी, मी फेंग, ने बताया कि बीमारों की तादाद बढ़ती दिखती है, इस पर ध्यान देते हुए पीडियाट्रिक क्लिनिक्स खोली जा रहीं हैं। चीन के अधिकारियों ने लोगों को ज्यादा से ज्यादा बच्चों और बुजुर्गों को फ्लू वैक्सीन लगाने का आदान-प्रदान करने के निर्देश दिए हैं, साथ ही लोगों से मास्क पहनने और नियमित हाथ धोने की अपील की गई है।

हालांकि, चीन के डॉक्टर्स और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का कहना ​​है कि चीन में बढ़ रही इस बीमारी के मामलों को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उनका तर्क है कि कोविड प्रतिबंधों के समाप्त होने के कारण नहीं सिर्फ चीन, बल्कि अनेक अन्य देशों में भी इस तरह की बीमारी फैल रही है।

बीमारी के मामलों में वृद्धि के साथ ही, चीन के नेशनल हेल्थ कमिशन के अधिकारी ने जनसंख्या को सुरक्षित रखने के लिए कई पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने बताया कि फ्लू वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के साथ-साथ, लोगों को एक अच्छी स्वच्छता प्रथा बनाए रखने का भी महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। इससे सामूहिक सुरक्षा बनाए रखने में मदद मिल सकती है।

चीन के डॉक्टर्स और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने चीन में बढ़ रही बीमारी के मामलों को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी है, लेकिन उन्होंने इसे एक विशेष बीमारी के रूप में नहीं देखा है। उनका मानना ​​है कि यह गहरे प्रभावों वाली नई बीमारी नहीं है और उसे संभाला जा सकता है।

समझदारी, सावधानी, और सामूहिक सहयोग से ही इस समय मुश्किलाएं पार की जा सकती हैं। चीन की सरकार और जनता की मिलीभगत से ही हम सभी मिलकर इस महामारी के खिलाफ सशक्त प्रतिरोध बना सकते हैं और स्वस्थ भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।

Us latest news in hindi-“अमेरिका में भारतीय छात्र को जिंदगी भर के लिए बंधक बनाया, खुली ये कहानी!”

      Us latest news in hindi-“अमेरिका में भारतीय छात्र को जिंदगी भर के लिए बंधक बनाया, खुली ये कहानी!”…..


“एक 20 साल के भारतीय छात्र ने अमेरिका की भूमि पर अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करने का सपना देखा था, लेकिन उसकी तक़दीर में बदलाव हो गया। तीन आरोपी ने उसे बंधक बना लिया और उसके साथ नीति-नियमों की उल्लंघन की सारी हदें पार कर दीं। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।”

अमेरिका में एक अन्य दुखद घटना की रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें एक भारतीय छात्र 20 साल की आयु में हैवानियत का शिकार हुआ है. इस भारतीय छात्र को न केवल बुरी तरह से पीटा-पीटा गया, बल्कि उसे लंबे समय तक बंधक बनाए जाने के बाद भी बाथरूम जाने की अनुमति नहीं दी गई. इस हमले में घायल छात्र को अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उसका इलाज जारी है. डॉक्टरों की रिपोर्ट के अनुसार, उसकी कई हड्डियां फ्रैक्चर हो गई हैं, और उसके पूरे शरीर पर चोटों के निशान हैं।

इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें पीड़ित छात्र का चचेरा भाई भी शामिल है। यह घटना अमेरिका के मिसौरी राज्य के रोल्ला शहर में हुई है। पुलिस ने छात्र की पहचान का खुलासा नहीं किया है, लेकिन उनकी रिपोर्ट के अनुसार, यह छात्र रोल्ला की मिसोरी यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में पढ़ाई करने के लिए अमेरिका गया था।

पुलिस के मुताबिक, सात महीने पहले उसे बंधक बना लिया गया, और इस क्रूरता के पीछे उसके रिश्तेदारों भी शामिल थे। छात्र को बंधक बनाकर, उसे 3 घरों में काम करने के लिए मजबूर किया गया और इस दौरान उसपर कई बार टॉर्चर किया गया। उसे शौचालय जाने की भी इजाजत नहीं दी गई थी। इस घटना की जानकारी पुलिस को एक अज्ञात व्यक्ति ने दी थी।

पीड़ित को कैसे किया बरामद?

वास्तविकता में, एक अज्ञात व्यक्ति ने पुलिस को सूचित किया कि रोल्ला शहर के सेंट चार्ल्स काउंटी में एक गाँवीण क्षेत्र में नेशनल हाइवे पर एक घर में एक व्यक्ति को बंधक बनाए रखा गया है। इस सूचना पर पुलिस ने वहां जाँच की और सत्यापन हुआ कि यह घटना हुई है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, और इसके पीछे हैरान करने वाली बात यह है कि ये आरोपी भी भारतीय मूल के हैं, और इनमें से एक आरोपी का पीड़ित के रिश्तेदार भी है। इन आरोपियों के नाम हैं वेंकटेश आर सत्तारु (35), श्रवण वर्मा पेनुमेचा (23), और निखिल वर्मा पेनमात्सा (27)। पुलिस ने इन तीनों आरोपियों के खिलाफ मानव तस्करी, अपहरण, और अन्य कई धाराओं में केस दर्ज किया है।

पुलिस जांच में पता चला कि इस घर में बंधक बनाए जाने वाले व्यक्ति एक भारतीय छात्र थे, जो कानपूर से आये थे और यहां पढ़ाई के लिए रह रहे थे। इस घटना के पीछे का कारण और यहां तक कैसे ये आरोपी इस छात्र के साथ जबरन ऐसा कर सकते हैं, इसका अभ्यंतर सच्चाई को स्पष्ट नहीं करता है।

पुलिस ने आरोपियों को मानव तस्करी, अपहरण, और अन्य कई धाराओं में गिरफ्तार किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इन घटनाओं में गंभीरता है। यह घटना भारतीय समुदाय के लोगों के लिए एक चेतावनी है और स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस तरह की घटनाओं के खिलाफ सख्ती से कदम उठाए जाने की मांग करती है।

इसके साथ ही, भारतीय सुलभ संगठनों की ओर से भी इसमें शिकायत करने के लिए एक सकारात्मक कदम उठाया जा रहा है ताकि इस छात्र को न्याय मिल सके और इस तरह की घटनाएं भविष्य में नहीं हों।

लाइवस्ट्रीम पर पिटवाने की भी धमकी दी

पुलिस की जानकारी के अनुसार, पीड़ित छात्र को अप्रैल के महीने की शुरुआत में मुख्य आरोपी सत्तारू के घर लाया गया था। वहां उसे सत्तारू की IT कंपनी में पूरे दिन काम करने के लिए मजबूर किया गया। इसके बाद, उसे शाम को अपने कामों की सूची तैयार करनी होती थी। इस दौरान हुई ज़ुल्म के बाद, जब पीड़ित ने इसका विरोध किया, तो उसके साथ जमकर मारपीट की गई। सत्तारू ने पीड़ित से कहा कि वह दो और लोगों को बुलाएगा और छात्र को लाइवस्ट्रीम करके पिटवाएगा।

इसके बाद, नहीं बस इतना ही, सत्तारू ने दो और साथीयों को बुलाने के बाद कहा कि अगर पीड़ित छात्र ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाना नहीं बंद करता है, तो उसे और बुरी तरह से पीटा जाएगा। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि आरोपी भारत में एक अमीर और राजनीतिक रूप से शक्तिशाली व्यक्ति है।

पत्नी और बच्चों के साथ रहता है आरोपी

पीड़ित छात्र ने पुलिस को बताया कि उसे सात महीने तक एक तहखाने में बंधक बनाए रखा गया था। उसे एक निर्माणाधीन इमारत में सोने के लिए मजबूर किया गया, जहां बाथरूम तक पहुँचने का कोई व्यवस्था नहीं थी। वह मजबूरी में रेस्टोरेंट के कूड़ेदान से कचरा ढूंढ़ता रहता था। पुलिस ने सत्तारू की पहचान इस मामले में सरगना के रूप में की है। वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ वहाँ रहता है, और उसके दो साथी भी उसी घर में रहते थे।

us citizenship news today in hindi-“कौन है यह डॉक्टर? जिसने 61 सालों बाद छीनी अमेरिकी नागरिकता!”

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अमेरिका में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। नॉर्थ वर्जीनिया में रहने वाले एक डॉक्टर को 61 साल बाद पता चला कि उनकी अमेरिकी नागरिकता है ही नहीं। यह विस्मयकारी बात यह है कि डॉक्टर जन्म से ही अमेरिका में रह रहे हैं और उन्होंने 30 सालों तक डॉक्टरी की है।

इस डॉक्टर का नाम सियावश सोभानी है, जो जन्म से ही नॉर्थ वर्जीनिया में रह रहे हैं। उन्होंने वॉशिंगटन पोस्ट को बताया कि फरवरी में जब उन्होंने नए पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था, तब उन्होंने अमेरिका के विदेश विभाग से एक पत्र मिला जिसमें लिखा था कि जन्म के समय उन्हें नागरिकता नहीं मिली चाहिए थी, क्योंकि उनके पिता ईरानी दूतावास में डिप्लोमैट थे।

सोभानी ने बताया कि हमेशा पासपोर्ट रिन्यू हो जाता था, लेकिन इस बार विदेश विभाग ने उनकी नागरिकता मान्यता नहीं दी।

विदेश विभाग से मिले लेटर में कहा गया है कि अमेरिका में जिन माता-पिता के पास राजनयिक छूट है, उनके घर पैदा होने वालों को जन्म के समय अमेरिकी नागरिकता नहीं मिलती। इस प्रावधान का इस्तेमाल शायद ही कभी किया गया हो, जिसके तहत विदेशी राजनयिकों से पैदा हुए बच्चों को जन्म के समय अमेरिकी नागरिकता नहीं दी जाती, जब तक उनके माता-पिता स्थाई रूप से अमेरिका में रहने का इरादा नहीं रखते हैं।

सोभानी ने कहा कि यह समाचार उनके लिए एक अच्छी जगह से आया, लेकिन इसने उन्हें चौंका दिया क्योंकि उन्होंने हमेशा सोचा था कि वह एक अमेरिकी नागरिक हैं। इस निर्धारित क़ानूनी प्रक्रिया ने उन्हें अपनी असलीत से मिला दिखा दिया है।

उन्होंने जारी किये गए पत्र में बताया कि वे इस फैसले के खिलाफ आपत्ति दर्ज करने का विचार कर रहे हैं और वे अपनी नागरिकता की स्थिति को सुधारने के लिए क़ानूनी रास्ते का अनुसरण करेंगे।

इस मामले को लेकर समर्थन में बढ़ावा देने वाले लोगों ने कहा है कि इसे एक सामान्य मामला नहीं, बल्कि एक आपत्ति मामला माना जाना चाहिए क्योंकि इससे सामाजिक और कानूनी दृष्टि से कई सवाल उठ रहे हैं।

इस प्रकार, सोभानी की कहानी ने एक अद्वितीय संघर्ष की कहानी प्रस्तुत की है, जोने नागरिकता और कानूनी प्रक्रियाओं के संबंध में समझाने का मौका दिया है।

आखिर कब जाती है अमेरिकी नागरिकता?

किसी भी व्यक्ति की अमेरिकी नागरिकता दो तरीके से छूट सकती है। पहला तरीका यह है कि व्यक्ति स्वतंत्र रूप से अमेरिकी नागरिकता त्याग दे सकता है।

कानून के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति अपनी मर्ज़ी से अमेरिकी नागरिकता छोड़ना चाहता है, तो उसे अमेरिकी दूतावास या राजनयिक अधिकारी के सामने पेश होना होगा और उसे एक शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करना होगा।

दूसरा तरीका है अप्राकृतिकीकरण या डिनैचुरलाइजेशन। यह हो सकता है जब किसी व्यक्ति ने गलत तरीके से अमेरिकी नागरिकता हासिल कर ली है और बाद में पता चलता है कि उसके लिए पात्र नहीं था, तो उसकी नागरिकता छूट सकती है।

इसके अलावा, अगर कोई व्यक्ति किसी भी ऐसे कृत्य को करता है जो कानून के खिलाफ है, तो भी उससे नागरिकता छीनी जा सकती है।

ये क्रियाएँ किसे दोषी ठहराई जा सकती हैं:-

– 18 साल की उम्र के बाद किसी दूसरे देश के प्रति निष्ठा की शपथ लेने पर।

– अमेरिका के खिलाफ शत्रुता में लगे किसी दूसरे देश के सशस्त्र बल में शामिल होने पर।

– 18 साल की उम्र के बाद किसी दूसरे देश की सरकार के साथ काम करने पर।

– अमेरिकी सरकार के खिलाफ देशद्रोही गतिविधि में शामिल होने पर दोषी साबित होने पर।

इसके अलावा, अमेरिका के बाहर किसी दूसरे देश में अमेरिकी राजनयिक या कॉन्सुलर अधिकारी के सामने अपनी मर्जी से नागरिकता त्यागने पर।

इतना ही नहीं, अगर किसी के पास पहले से अमेरिकी नागरिकता है, तो भी उसकी नागरिकता वापस ली जा सकती है, जैसा कि डॉ. सोभानी के मामले में हुआ।

CM Yogi Ayodhya Visit latest update-सीएम योगी की गुप्त मिशन: अयोध्या एयरपोर्ट पर क्या चल रहा है?

    CM Yogi Ayodhya Visit latest update-सीएम योगी की गुप्त मिशन: अयोध्या एयरपोर्ट पर क्या चल रहा है?….


सीएम योगी आदित्यनाथ की अयोध्या यात्रा: शुक्रवार को विधान सभा में कहा गया कि अयोध्या में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के परियोजना का समीक्षा शनिवार को केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ किया जाएगा। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने मेट्रो रेल परियोजना और प्रयागराज महाकुंभ का भी उल्लेख किया। उन्होंने गंगा एक्सप्रेसवे के संबंध में कहा कि कुंभ से पहले इसे पूरा किया जाएगा।



राज्य ब्यूरो, लखनऊ :- लखनऊ, राज्य ब्यूरो अगले वर्ष, 22 जनवरी को, अयोध्या में प्रस्तावित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के संदर्भ में, वहां बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को जल्दी से चालू करने की तैयारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विधान सभा में बताया कि अयोध्या में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा परियोजना का समीक्षा शनिवार को उनके साथ केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ किया जाएगा। इसके बाद, इस हवाई अड्डे को त्वरित रूप से चालू कर दिया जाएगा।

इस महत्वपूर्ण पहल के साथ ही, योगी आदित्यनाथ ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के समीप बन रहे हवाई अड्डे के माध्यम से अयोध्या को एक महत्वपूर्ण व्यापारिक और पर्यटन केंद्र में बदलने का लक्ष्य है। इसके साथ ही, उन्होंने मेट्रो रेल परियोजना और प्रयागराज महाकुंभ के लिए भी नए योजनाओं का ऐलान किया है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का शनिवार को समीक्षा होना एक महत्वपूर्ण क्षण होगा, जिससे हमारे प्रदेश को व्यापारिक और पर्यटन में वृद्धि होगी।’

उन्होंने गंगा एक्सप्रेसवे के भी उद्घाटन का ऐलान किया और कहा कि यह योजना कुंभ से पहले पूरी हो जाएगी। यह सभी योजनाएं राज्य को आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से सुदृढ़ बनाने के लक्ष्य के साथ संगत हैं और अयोध्या को एक नए दौर में प्रवेश कराने में मदद करेंगी।

मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का भी काम शुरू

मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ग्रेटर नोएडा के जेवर क्षेत्र में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की एक रनवे को आगले वर्ष फरवरी तक उड़ानों के लिए तैयार करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि फरवरी में ही आगरा में मेट्रो रेल का आरंभ होगा। कानपुर में मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण का काम भी सरकार तेजी से बढ़ाएगी।

उन्होंने यह भी जानकर दिखाया कि दिल्ली-मेरठ के बीच देश का पहला रैपिड रेल सेवाओं में शीघ्र होगा। गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य 2025 में होने वाले प्रयागराज महाकुंभ से पहले पूरा करने के लिए सरकार ने भी दृढ़ संकल्प किया है।

उन्होंने विवेचना की इस प्रयास में सफलता मिलने से नोएडा क्षेत्र को विश्वस्तरीय अड्डा मिलेगा और वहां के लोगों को सीधे अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का लाभ होगा। उन्होंने इसमें विशेष रूप से जेवर के अंतरराष्ट्रीय अड्डे की चरणबद्ध उड़ान सेवा की बढ़ती मांग पर ध्यान केंद्रित किया और सार्वजनिक क्षेत्र में और विदेशी यात्रा करने वालों को आसानी से उड़ाने का अवसर मिलेगा।

उन्होंने बताया कि मेट्रो रेल परियोजना के माध्यम से अगले वर्ष फरवरी में आगरा में तेजी से सुरक्षित और सुगम यात्रा का आरंभ होगा। इससे नए संवेदनशील यात्रा विकल्प खुलेंगे और समाज को आधुनिक यातायात की दिशा में एक कदम आगे बढ़ने का लाभ होगा।

कानपुर में मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण की शुरुआत से सही मात्रा में जनसंवाद को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने इस क्षेत्र को भी विकास के माध्यम से जोड़ने का निर्णय किया है।

उन्होंने दिल्ली-मेरठ के बीच देश की पहली रैपिड रेल सेवा के शुरुआत की घोषणा करते हुए कहा कि यह योजना सबसे आधुनिक यात्रा सुविधा होगी और दो शहरों के बीच यात्रा को बेहद सुगम बनाएगी।

गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य को भी तेजी से पूरा करने का संकल्प लेते हुए, योगी आदित्यनाथ ने सरकार की प्रत्याशा को पुनः जताया और नक्काशी के हर कदम में नए उत्तर प्रदेश की बढ़ती गरिमा को दर्शाने का ऐलान किया।”

भारतीय क्रिकट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का किया जिक्र

इन्स्विंग गेंदबाज शमी के गाँव को भी खेल क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों के साथ जोड़ते हुए, मुख्यमंत्री ने महिला धावक पारुल चौधरी का उल्लेख किया, जबकि संभल के सपा विधायक इकबाल महमूद ने भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का नाम लिया। तब योगी ने मुस्कान के साथ कहा कि हमने शमी के गाँव में एक स्टेडियम बनवा दिया है। हमारी टीम वहाँ दौरा भी कर आई है।

rajya sabha News in hindi-कोड ऑफ कंडकट की गहराईयों में: जानिए महुआ मोइत्राके सबसे छुपे राज

rajya sabha News in hindi-कोड ऑफ कंडकट की गहराईयों में: जानिए महुआ मोइत्राके सबसे छुपे राज….


नई दिल्ली:
महुआ मोइत्रा कांड के बाद राज्यसभा सांसदों को कोड ऑफ कंडक्ट की याद दिलाई गई है। इसके साथ ही एक दिशा-निर्देश भी जारी किया गया है। इस कोड ऑफ कंडकट की बात करते हुए, 14 मार्च 2005 की ऐथिक्स कमेटी की रिपोर्ट की भी याद दिलाई गई है। इस नए दिशा-निर्देश में कहा गया है कि कोई भी कार्रवाई न करें जिससे राज्यसभा की मर्यादा को क्षति पहुंचे। साथ ही, सार्वजनिक हितों को निजी हितों के प्रति तर्जीह देने का आदान-प्रदान किया गया है।

आगे कहा गया है कि सदन में वोट देने, कोई बिल प्रस्तुत करते समय, सवाल पूछने, या संसदीय कमेटी में कोई मुद्दा उठाने के दौरान कोई भी धन, उपहार, या अन्य प्रकार का लाभ नहीं लेना चाहिए। सांसदों को ऐसे किसी भी प्रकार के लाभ से बचने के लिए एक सावधानीपूर्ण दृष्टिकोण अपनाना चाहिए, ताकि उनकी नीतियों और आचरण में सफाई बनी रहे।

महुआ मोइत्रा कांड के बाद जारी किए गए हैं नए दिशा-निर्देश

महुआ मोइत्रा कांड को ध्यान रखते हुए इन नए दिशा-निर्देशों में सांसदों को यह निर्देश दिया गया है कि जो गुप्त सूचनाएं मिलती हैं, उन्हें साझा नहीं करना चाहिए। संपत्ति और लाइबिलिटीज के बारे में फॉर्म एक पर सभापति को तुरंत जानकारी देनी चाहिए। यह स्पष्ट किया गया है कि ऐसा करने में कोई देरी नहीं होनी चाहिए और सांसदों को अपनी वित्तीय हलचलों को सार्वजनिक करने के लिए जिम्मेदारी महसूस करनी चाहिए। कारोबारी हितों के टकराव को रोकने के लिए उन्हें Register of Members’ Interest में सूची जानकारी प्रदान करनी चाहिए और विदेश यात्रा की जानकारी को राज्यसभा के महासचिव को तीन हफ्ते पहले देनी चाहिए।

इसके अलावा, सांसदों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि वे विदेशी यात्राएँ सत्र के दौरान केवल सरकार की अनुमति के तहत ही करें और विदेशी आदिकारिकों से मिलकर किसी भी प्रकार की राजनीतिक या आर्थिक समझौता करने का प्रयास नहीं करें।

इस दिशा-निर्देश में उन्हें स्पष्ट तौर पर सीमित समय में सभी जरूरी जानकारी प्रदान करने की जिम्मेदारी है, ताकि जनता और सार्वजनिक मीडिया को स्पष्टता मिले और राजनीतिक त्राणात्मकता से बचा जा सके। इन निर्देशों का पालन करने के लिए सभी सांसदों से आग्रह है कि वे अपने कार्यों में सच्चाई, ईमानदारी, और जनहित के प्रति उनके प्रतिबद्ध रहे।

FCRA की भी की गई है बात

FCRA के इस महत्वपूर्ण निर्देश के अनुसार, सांसदों को आगे बढ़ते हुए विदेश यात्रा के लिए उन्हें विदेश मंत्रालय की स्वीकृति के लिए राजनीतिक मंजूरी प्राप्त करनी होगी। निजी यात्रा के दौरान उन्हें विदेशी सत्कार के लिए भारत सरकार की मंजूरी की आवश्यकता होगी, जो FCRA के तहत अनिवार्य है। इससे सांसदों को अपनी विदेश यात्राओं में पूर्णता और सशक्तिकरण के साथ कार्य करने का मार्गदर्शन होगा।”

गृह मंत्रालय को दो हफ्ते पहले सूचित करें

इस महत्वपूर्ण निर्देश के अनुसार, सांसदों को निजी यात्रा पर जा रहे होने पर उन्हें अपनी यात्रा की सटीक जानकारी को गृह मंत्रालय से दो हफ्ते पहले सूचित करना होगा। इससे सुनिश्चित होगा कि यात्रा संबंधित संगठन और उसकी साख में कोई असुविधा नहीं हो। विदेशी मेहमान नवाजी के लिए इस सूचना का पूर्वानुमान करने में मदद मिलेगी और सुरक्षित यात्रा का संभावनाओं को समझाएगी। साथ ही, इससे सुनिश्चित होगा कि सांसद अपनी यात्रा संबंधित कार्यों के लिए तैयार हैं और उन्हें आवश्यक स्वीकृतियों का समय पर प्राप्त होता है।

इसके अलावा, सांसदों को ध्यान में रखना आवश्यक है कि वे अपने कार्यों में पारदर्शिता और ईमानदारी बनाए रखें। दिशा-निर्देशों में कड़ी से कड़ी सजा की बातें हैं जो उन्हें सजा हो सकती है, अगर उन्होंने किसी भी तरह की भ्रष्टाचार, भयानकता, या नैतिक अपराध की आरोपी बने। ये निर्देश भारतीय लोकतंत्र की सफलता और सुशासन की बढ़ावा के लिए महत्वपूर्ण हैं और सांसदों को इनका पूरा अनुसरण करना चाहिए।

israel hamas war explained in hindi-इजराइल-हमास युद्ध: सीजफायर समाप्त होते ही गाजा के आसमान में फिर से गूंथती उड़ान भरने लगे युद्धप्लाण, इजराइल-हमास के बीच तेजस्वी हमले

israel hamas war explained in hindi-इजराइल-हमास युद्ध: सीजफायर समाप्त होते ही गाजा के आसमान में फिर से गूंथती उड़ान भरने लगे युद्धप्लाण, इजराइल-हमास के बीच तेजस्वी हमले….


“इजराइल-हमास युद्ध फिर से शुरू: समझौता समाप्त होने के साथ ही इजराइल और हमास के बीच फिर से झड़प जारी है। दोनों पक्षों द्वारा तेज़ हमले किए जा रहे हैं।”

Israel Hamas War: इजराइल और हमास के बीच हुआ युद्ध विराम समझौता खत्म होने के बाद फिर से शुरू हो गया है। हमास ने इसराइल के 110 बंधकों को छोड़ने के बाद इस समझौते को समाप्त किया था, और इसके बाद सेना ने गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ लड़ाई को फिर से शुरू कर दिया है। इसराइली सेना ने गाजा से दागे गए एक रॉकेट को मार गिराया, कहते हैं कि पहले हमास ने इजराइल क्षेत्र में गोलीबारी करके संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।

इसके साथ ही, इजराइली सेना ने एक बयान जारी करके कहा है कि यह समझौता खत्म होने के बाद भी हमास की ओर से बार-बार आतंकी हमले हो रहे हैं। इसका मतलब है कि शांति समझौता का असर बहुतेज है और इसके बावजूद युद्धीन स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है।

इजराइल ने गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ सैन्यिक आक्रमण को बढ़ाते हुए कहा है कि वह सुरक्षितता और सुरक्षा की दृष्टि से कड़ी कदम से कदम मिलाकर कार्रवाई कर रहा है। इसके बावजूद, हमास द्वारा नए हमले करने की रिपोर्टें आ रही हैं, जिससे स्थिति में और बढ़ोतर तनाव बढ़ा है। समझौते के बाद से ही, इजराइल और हमास के बीच तनाव बना रहा है, और विश्व समुदाय ने इसे नियंत्रित करने के लिए अपनी कड़ी कोशिशों को जारी रखा है।

हमास ने अभी भी 125 लोगों को बंधक बना रखा है।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में हमास के आंतरिक और राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्रालय ने बताया है कि दक्षिणी गाजा में कई एयर स्ट्राइक की गयी हैं। इसके साथ ही उत्तरी गाजा में भी कई धमाकों की आवाज़ें सुनी गयी हैं। इजरायल का कहना है कि करीब 125 लोगों को हमास ने अभी भी बंधक बनाकर रखा गया है।

वहीं, इजरायल ने संघर्ष विराम के तहत अब तक 240 फ़िलिस्तीनियों को रिहा किया है, जिनमें से अधिकतर किशोर ऐसे हैं जिन पर इज़रायली बलों के साथ टकराव के दौरान पत्थर और फ़ायरबम फेंकने का आरोप है। बता दें कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौता एक हफ्ते तक चला, इस दौरान दोनों तरफ से लोगों (बंधकों और कैदियों) की रिहाई की गई। इस संघर्ष विराम की मध्यस्थता कतर और अमेरिका ने की थी।

इस समय, गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए 125 लोगों को लेकर चिंता जारी है। गाजा में हुए एयर स्ट्राइक्स ने दक्षिणी और उत्तरी इलाकों में तबाही मचा दी है। इजरायल की सेना के अनुसार, हमास ने इसराइल के क्षेत्र में गोलीबारी करके युद्ध विराम समझौते का उल्लंघन किया है, जिसके परिणामस्वरूप इजरायल ने एक रॉकेट को मार गिराया है।

इस युद्ध के चक्र में, इजरायल ने अब तक 240 फ़िलिस्तीनियों को रिहा किया है, जिनमें अधिकांश किशोर हैं जिनपर इजरायली बलों के साथ टकराव के दौरान पत्थर और फ़ायरबॉम फेंकने का आरोप है। हालांकि, हमास ने अपने पक्ष से यह दावा किया है कि उन्होंने इस समय तक 110 इजराइली बंधकों को रिहा किया है।

इस युद्ध में उबड़ रहे संघर्ष के बावजूद, इसे सुलझाने की कोशिशें तब तक सफल नहीं हो सकेंगी जब तक दोनों पक्ष एक-दूसरे के साथ संवाद में नहीं रहेंगे। अमेरिका और कतर की मध्यस्थता के बावजूद, स्थिति दीवारों के समीप बनी हुई है, और इसमें सुलझाने के लिए और प्रयास किए जा रहे हैं।

हमास ने अचानक किया था इजरायल पर हमला

7 अक्टूबर को हमास ने अचानक इजराइल पर हमला किया था, जिसमें करीब 1400 लोगों की मौके पर मौत हो गई थी और इस दौरान हमास ने 240 लोगों को बंधक बना लिया था। इसके पश्चात, इजराइल ने हमास के ठिकानों पर कड़ा हमला किया है, जिसमें 5000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। हालांकि, पिछले शुक्रवार को दोनों पक्षों के बीच चार दिनों के युद्ध विराम की सहमति हुई थी, जिसने कुल सात दिनों तक चलने वाले युद्ध को रोक दिया था।

हमास के लड़ाकू ग्रुप के द्वारा इजराइल पर किए गए उकसावे के बाद सुरक्षा मंत्री ने उच्चतम सतर्कता बनाए रखने का निर्देश दिया है। इसके परिणामस्वरूप, इजराइली सुरक्षा बलों ने गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों को निशाना बनाया और वहां कई एयर स्ट्राइक किए गए हैं। इजराइल ने सोमवार को बताया कि हमास ने गाजा से इजराइल के तटीय क्षेत्र में रॉकेट चलाई हैं, जिसके बाद उन्होंने कई हमलों का जवाब दिया है।

दोनों पक्षों के बीच हाल ही में हुई समझौते के बावजूद, उच्चतम सतर्कता बनाए रखने के मामले में बढ़ती तनातनी के बावजूद चार दिनों के युद्ध विराम समझौते का पूरा होना मुश्किल है। इस समय, स्थिति में सुधार होने की उम्मीद दिखाई जा रही है लेकिन दोनों पक्षों के बीच बढ़ती तनाव ने क्षेत्र में सुरक्षा के लिए सतर्कता बनाए रखने का आदान-प्रदान किया है।

यह भी पढ़े:- इजरायल और हमास का बड़ा फैसला: एक और दिन के लिए बढ़ा गाजा सीजफायर, बंधकों की रिहाई का रास्ता

UP Top News Today 1 December 2023-अखिलेश vs. योगी: अंतिम दिन का मुकाबला – उत्साह से भरा Q&A का इंतज़ार!

UP Top News Today 1 December 2023-अखिलेश vs. योगी: अंतिम दिन का मुकाबला – उत्साह से भरा Q&A का इंतज़ार!….


आज के UP शीर्ष समाचार: यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज अंतिम दिन है। इस दिन सरकार और विपक्ष के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के प्रश्नों का उत्तर देंगे।


UP Top News Today: आज के उत्तर प्रदेश के शीर्ष समाचार: विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है। इस दिन सरकार और विपक्ष के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के प्रश्नों का उत्तर देंगे। साथ ही, अनुपूरक बजट पर अपना-अपना पक्ष रखेंगे। वहीं, सदन में कुछ विधेयक पास कराए जाएंगे। सदन में हंगामें के भी आसार हैं।

इससे पहले, प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही, प्रमुख तीर्थस्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए सरकार ने तीन तीर्थ विकास परिषदों के गठन से संबंधित विधेयकों समेत कुल पांच विधेयकों को बृहस्पतिवार को विधानसभा में पारित कर दिया गया। इसमें यूपी के अयोध्या तीर्थ विकास परिषद के साथ ही, उत्तर प्रदेश देवीपाटन धाम तीर्थ विकास परिषद और उत्तर प्रदेश शुक तीर्थ विकास परिषद विधेयक 2023 शामिल है।

इन विधेयकों के माध्यम से, सरकार ने तीनों तीर्थ विकास परिषदों को स्थापित करने का निर्णय लिया है जो धार्मिक स्थलों के विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने का कार्य करेंगी। यूपी के अयोध्या तीर्थ विकास परिषद का मुख्य उद्देश्य अयोध्या क्षेत्र को धार्मिक पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनाना है, जबकि देवीपाटन धाम तीर्थ विकास परिषद और शुक तीर्थ विकास परिषद भी अपने क्षेत्रों में धार्मिक और पर्यटन को बढ़ावा देने का कार्य करेंगी।

इन परिषदों के माध्यम से, सरकार ने श्रद्धालुओं को और भी अच्छी सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास किया है ताकि वे अपने तीर्थयात्रा का अधिक से अधिक आनंद उठा सकें। इसके साथ ही, यह पहला कदम है जिसका उद्देश्य प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को मजबूती प्रदान करना है, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा और पर्यटन सेक्टर को बढ़ावा देगा।

इसके अलावा, सदन में हंगामें के आसार के बारे में भी चर्चा हो रही है, जो इस सत्र को और भी रोमांचक बना रहा है। आज का दिन उत्तर प्रदेश के राजनीतिक मैदान में बहुत दिलचस्प और महत्वपूर्ण होने के आसार से भरपूर है।

शिवराजपुर में हाइवे फ्लाईओवर से नीचे गिरी डीसीएम, चालक की मौत

कानपुर-अलीगढ़ हाइवे पर स्थित शिवराजपुर बाईपास के पास एक डीसीएम हाइवे फ्लाईओवर से नीचे गिर गई है। इसके परिणामस्वरूप, चालक की मौके पर ही मौत हो गई है। शिवराजपुर थाने के एसआई रामवीर के मुताबिक, शुक्रवार की सुबह गाजियाबाद से कानपुर की ओर एक डीसीएम कुर्सीयों लादकर जा रही थी। शुक्रवार की सुबह, शिवराजपुर बाईपास स्थित दुनियाना गांव के पास हाइवे फ्लाईओवर पर अचानक चालक को झपकी आने से डीसीएम अनियंत्रित होकर नीचे गिरी। इसके परिणामस्वरूप, गाड़ी के नीचे चालक की मौत हो गई है। हाइड्रा से किसी तरह फंसे हुए चालक को बाहर निकाला गया है। चालक का नाम भदोई जिले के अलमऊ जगन्नाथनगर के रंजीत कुमार पाल है। पुलिस ने डीसीएम के मालिक और चालक के परिजनों को सूचित किया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।

डेटिंग साइट और सोशल मीडिया पर दोस्ती लड़कियों के लिए मुसीबत, आंकड़ों में सामने आया हैरान करने वाला सच

सोशल मीडिया और डेटिंग साइट ने लड़कियों के अपहरण के मामलों को बढ़ावा दिया है। यह कोई रूमर नहीं है, बल्कि पुलिस की जांच से यह सत्य सामने आया है। इन अपहरण के मुकदमों में से अधिकांश में आरोपी से पहचान सोशल मीडिया पर हुई थी। पहले दोस्ती हुई, और फिर इश्क आया। इसके साथ ही, जीने-मरने की कसमें खाई गई। लड़कियां अपने घरों को छोड़ आईं। जब महसूस हुआ कि यह सब भूल हो गई है, तब तक देर हो चुकी थी।

उच्च शिक्षा मंत्री ने दिए वसूली की जांच के आदेश, इस कॉलेज का परीक्षा केंद्र निरस्त

प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने कासगंज जिले के श्रीमती तारा देवी महाविद्यालय, म्यासुर पटियाली में चल रही विश्वविद्यालय स्तर की परीक्षाओं में वसूली की शिकायतों की जांच के निर्देश दिए हैं। मंत्री के आदेश पर कुलपति ने महाविद्यालय के परीक्षा केंद्र को निरस्त कर दिया है। इस कदम से, मंत्री ने परीक्षार्थियों से पैसा मांगने की शिकायतों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है, जिसका संज्ञान लेते हुए उन्होंने यह कार्रवाई की।

यूपी में बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी राहत, अब घर बैठे बना सकेंगे बिल, जानिए कैसे करें जनरेट

बिजली बिल सही समय पर नहीं मिलने और जमा नहीं होने पर कनेक्शन कटा जाने की समस्या से परेशान होने वाले यूपी के बिजली उपभोक्ताओं के लिए उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड ने बड़ी सुविधा प्रदान की है। पॉवर कारपोरेशन ने उपभोक्ताओं के लिए एक नई सुविधा शुरू की है – ट्रस्ट बिलिंग एप ‘यूपीपीसीएल कंज्यूमर एप’ के माध्यम से। इससे उपभोक्ता अब अपना बिल खुद तैयार कर सकते हैं। वेबसाइट के माध्यम से भी सेल्फ बिल बनाया जा सकता है। 48 घंटे के भीतर उपभोक्ता के मोबाइल पर बिल पहुंचा दिया जाएगा।

गृह सचिव को हाईकोर्ट ने तलब करने का आदेश दिया, प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर ने दौड़ते हुए की माफी मांग, पेशी से छूट प्राप्त की

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गो हत्या के मामले में प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर को तलब किया था, लेकिन वह पहुंचने में कुछ हिचकिचाहट महसूस करते हुए नहीं पहुंचे। इस पर हाईकोर्ट ने गृह सचिव को तलब कर लिया। जब इसकी जानकारी मिली, तो खलबली बढ़ गई। प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने तत्काल हाईकोर्ट में पहुंचकर माफी मांगी, जिससे उन्हें पेशी से छूट मिली।

यूपी के इस शहर को मिलेगा होटल, स्पा सेंटर और वॉटर पार्क का तोहफा, रोजगार को बढ़ावा मिलेगा

नए साल में, आगरा के ताजनगरी में चार स्टार श्रेणी के होटल का निर्माण होगा। साथ ही, एक स्पा सेंटर की योजना भी शुरू की गई है। इन होटलों के निर्माण के लिए लगभग 1100 करोड़ रुपये का खर्च होने की अनुमानित है। इन परियोजनाओं से लगभग 1400 लोगों को नौकरी का अवसर मिलेगा। ये होटल पर्यटकों के ठहरने के लिए एक उत्तम विकल्प प्रदान करेंगे और स्थानीय आर्थिक विकास में मदद करेंगे।

लखनऊ में बेखौफ बदमाश, 5 किमी तक बाइक दौड़ा 3 से लूटे पर्स, गिरफ्तार

लखनऊ के गोमतीनगर में, एक बेखौफ बदमाश ने दो महिलाओं से बाइक पर सवार होकर पर्स लूट किया। दो पर्सों को लूटने के बाद, बदमाश रात 11:45 बजे हजरतगंज पहुंचते ही बाइक को दौड़ाया। उन्होंने डीजीपी आवास के पास स्कूटी सवार सैलून कर्मी से पर्स छीना और फिर फरार हो गए। गोमतीनगर पुलिस ने इस लुटेरे की तलाश में सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी और गुरुवार को सुबह में उसे गिरफ्तार कर लिया। इस घटना में इस्तेमाल हुई चोरी की बाइक भी पुलिस ने बरामद की है।

यूपी मौसम एक्यूएआई आज: दो दिनों तक पारा में गिरावट, ठंड बढ़ेगी; हापुड़ में एक्यूआई 300 के पार; अपने शहर की हालत जानें

आने वाले दो दिनों में ठंड बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग बता रहा है कि बादलों की आवृत्ति के चलते तापमान में गिरावट हो सकती है, जिससे ठंडक बढ़ेगी। इसका सीधा मतलब है कि अगले दो दिनों में ठंड बढ़ने की संभावना है। इसके साथ ही, शहरों में धुंध और कोहरा भी महसूस होगा। इससे सुबह और रात में ठंड तेजी से बढ़ेगी।

विधायक निधि से कर सकेंगे पर्यटक स्थलों का विकास, यूपी सरकार का निर्णय

अब से हर विधायक अपनी निधि से अपने क्षेत्र में स्थित पर्यटन स्थलों को विकसित करवा सकता है। यह संभावना है, क्योंकि अब यूपी सरकार ने यह निर्णय लिया है। किसी भी विधायक को 25 लाख से लेकर पांच करोड़ रुपये तक का प्रस्ताव देने का अधिकार होगा। इस कार्य के लिए कुल खर्च का आधा हिस्सा उसे अपनी निधि से देना होगा, जबकि बाकी का आर्थिक सहारा राज्य सरकार प्रदान करेगी। यह फैसला हर विधानसभा क्षेत्र में एक पर्यटन स्थल का विकास करने के लिए हुआ है, और यह जानकारी पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने गुरुवार को विधानसभा में हुई चर्चा के दौरान साझा की है।

ताजमहल पर कीड़ों का हमला, सफेद पत्थर हुए बदरंग, गोल्डीकायरोनोमस कीड़े ने कर दिया हरा

इस साल दूसरी बार आगरा में ताजमहल पर गोल्डीकायरोनोमस नामक कीड़े ने हमला कर पत्थरों को हरा कर दिया है। पहले अप्रैल, फिर अक्टूबर, और अब नवंबर के आखिरी दिन इन कीड़ों के हमलों ने स्मारक का सौंदर्य ही खराब कर दिया है। ताज, जो अपनी खूबसूरती के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है, लेकिन गोल्डीकायरोनोमस कीड़ों ने इसे बदरंग करना शुरू कर दिया है।

अयोध्या राम मंदिर निर्माण समय पर पूरा करने को कारीगर बढ़ाए गए, 3500 कारीगर दिन रात कर रहे निर्माण

रामनगरी अयोध्या में बन रहे भव्य मंदिर के भूतल का निर्माण इस वर्ष 31 दिसंबर तक पूरा करने के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने कारीगरों की संख्या में इजाफा किया है। अब तक 2500 कारीगर मंदिर निर्माण कार्य में लगे थे। तीर्थ क्षेत्र के इस फैसले के बाद अब कारीगरों की संख्या एक हजार और बढ़ गई है। अब 3500 कारीगर दिन रात तीन पालियों में इस मंदिर निर्माण कार्य को पूरा करने में जुटे हैं।

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