apple iphone 15 : भारत में iPhone 15 के मास्टर प्लान की घोषणा….
एपल, एक बार फिर से भारतीय स्मार्टफोन बाजार में अपना दाब बढ़ाने की तैयारी में है। इसके लिए कंपनी ने एक मास्टर प्लान बनाया है, जिसके तहत भारत में iPhone15 की सेल को बढ़ाने का कदम उठाया जाएगा। यह प्लान कंपनी के स्मार्टफोन विभाग के लिए भारत को एक और महत्वपूर्ण बाजार बनाने के लिए बनाया गया है, और यह कंपनी के उपयोगकर्ताओं के लिए भी एक अच्छा समय हो सकता है, जिन्होंने एपल के उच्च गुणवत्ता वाले स्मार्टफोन का आनंद लेने का इंतजार किया है। इस से कंपनी के लिए भारतीय स्मार्टफोन बाजार में मजबूती मिल सकती है, और भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
Apple CEO Tim Cook
“एपल की स्ट्रैटेजी: ट्रेड-इन कैंपेन से भारत में बढ़ाव” एपल के लॉन्च होने वाले आईफोन 15 के साथ, भारत में उनकी सेल को बढ़ाने के लिए कंपनी ने एक मास्टर प्लान बनाया है। इसके तहत, एपल ने भारतीय उपयोगकर्ताओं को ट्रेड-इन कैंपेन के माध्यम से उनके पुराने आईफोन को बेचकर नए आईफोन की खरीद पर छूट देने की पेशकश की है। इसके अंतर्गत कंपनी ग्राहकों को उनके पुराने डिवाइस के आधार पर एक निश्चित मात्रा की छूट प्रदान कर रही है, जिससे उपयोगकर्ता अपने पसंदीदा आईफोन को आसानी से अपग्रेड कर सकते हैं।
इन आईफोन पर लगा रही दांव
एपल की तरफ से भारत में आईफोन 14 और 14 Pro के लिए ट्रेड-इन प्रोग्राम की यह प्रस्तावना एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है जिससे कंपनी अपने नए आईफोन मॉडल्स को भारतीय बाजार में प्रमुख बनाने का प्रयास कर रही है। इस दांव के तहत उपयोगकर्ताओं को उनके पुराने आईफोन को ट्रेड-इन करके नए मॉडल्स को खरीदने का अवसर मिलता है, और छूट के रूप में विशिष्ट लाभ भी प्राप्त होता है।
यह दांव विशेष रूप से iPhone 14 Pro Max और iPhone 14 Pro के लिए है, जिनके लिए एपल ने बाजार में ट्रेड-इन वैल्यू को रिप्राइस किया है। इन दो मॉडल्स के लिए, एपल भारत में अपने ग्राहकों को अत्यधिक छूट प्रदान कर रहा है, जिससे उपयोगकर्ताओं को नए आईफोन के प्रति आकर्षित करने का मौका मिल रहा है। हालांकि, इन आईफोन मॉडल्स की मैन्युफैक्चरिंग बंद हो गई है, लेकिन इस ट्रेड-इन प्रोग्राम के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को उनके पुराने आईफोन को नए और प्रगतिशील विकल्प के साथ अपग्रेड करने का मौका मिल रहा है। इसके अलावा, एपल ने iPhone 14 और 14 Plus के लिए भी ट्रेड-इन वैल्यू को पेश किया है, जिसमें उपयोगकर्ताओं को अत्यधिक छूट की पेशकश की जा रही है। यह प्रस्तावना एपल के भारतीय बाजार में आईफोन 14 और 14 के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है जिससे वे अपने नए मॉडल्स को अधिक उपयोगकर्ता द्वारा अपने पुराने आईफोन के साथ अपग्रेड करने की स्थिति में आ सकते हैं।
इस प्रस्तावना के तहत, यह स्पष्ट होता है कि एपल भारत में अपने ग्राहकों को नए आईफोन मॉडल्स के प्रति आकर्षित करने और उन्हें अपने पुराने आईफोन को अपग्रेड करने के लिए विशिष्ट छूट प्रदान करके अपने बाजार हिस्सेदारी को बढ़ाने का निश्चित उद्देश्य रखता है। इस प्रस्तावना के तहत, यह स्पष्ट होता है कि एपल भारत में अपने ग्राहकों को नए आईफोन मॉडल्स के प्रति आकर्षित करने और उन्हें अपने पुराने आईफोन को अपग्रेड करने के लिए विशिष्ट छूट प्रदान करके अपने बाजार हिस्सेदारी को बढ़ाने का निश्चित उद्देश्य रखता है।
इतनी कम हुई iphone14 की कीमत
एपल के स्मार्टफोन के भारतीय बाजार में विस्तार का एक नया कदम दरअसल एपल ने भारत में अपनी सेल को बढ़ाने के लिए एक मास्टर प्लान बनाया है, और इसके तहत वह अपने पिछले मॉडल iPhone 14 और iPhone 14 Plus की कीमत में कई हजार रुपये की कमी की गई है।
इस स्ट्रैटेजी का मुख्य उद्देश्य है कंपनी के पुराने और नए ग्राहकों को आईफोन के प्रति आकर्षित करना और उन्हें अपने पुराने आईफोन को अपग्रेड करने के लिए प्रोत्साहित करना। इसके अलावा, एपल ने अपने न्यूली लॉन्च्ड आईफोन 15 के साथ भारतीय बाजार में अपने हिस्सेदारी को बढ़ाने का लक्ष्य रखा है।
iPhone 14 और iPhone 14 Plus की कीमत में की गई कमी ने इन आईफोनों को भारतीय ग्राहकों के लिए अधिक पहुंचने में मदद की है। इससे अधिक उपयोगकर्ताओं को यह अवसर मिलेगा कि वे अपने पुराने डिवाइस को अपग्रेड करके नए और प्रगतिशील फीचर्स वाले आईफोन 14 सीरीज को उपयोग कर सकें।
काउंटरप्वाइंट रिसर्च के अनुमान के मुताबिक, एपल भारत में अपने सेल को 9 मिलियन तक बढ़ाने का लक्ष्य रख रही है, जो पिछली बार की तुलना में 6.5 मिलियन सेल्स से बड़ा है। इसके लिए उन्होंने अपनी कीमतों में कमी की गई है ताकि वे और अधिक उपयोगकर्ताओं को आकर्षित कर सकें।
भारत में स्मार्टफोन के मार्केट में तेजी से बढ़ती मांग और एकस्प्रेसिंग डिज़ायर फॉर आईफोन की अवश्यकता के साथ, इस स्ट्रैटेजी का परिणाम सकारात्मक दिशा में जा सकता है और एपल को भारतीय बाजार में और अधिक बढ़ने में मदद मिल सकती है।”
इस स्ट्रैटेजी का मुख्य उद्देश्य है कंपनी के पुराने और नए ग्राहकों को आईफोन के प्रति आकर्षित करना और उन्हें अपने पुराने आईफोन को अपग्रेड करने के लिए प्रोत्साहित करना। इसके अलावा, एपल ने अपने न्यूली लॉन्च्ड आईफोन 15 के साथ भारतीय बाजार में अपने हिस्सेदारी को बढ़ाने का लक्ष्य रखा है।
iPhone 14 और iPhone 14 Plus की कीमत में की गई कमी ने इन आईफोनों को भारतीय ग्राहकों के लिए अधिक पहुंचने में मदद की है। इससे अधिक उपयोगकर्ताओं को यह अवसर मिलेगा कि वे अपने पुराने डिवाइस को अपग्रेड करके नए और प्रगतिशील फीचर्स वाले आईफोन 14 सीरीज को उपयोग कर सकें।
काउंटरप्वाइंट रिसर्च के अनुमान के मुताबिक, एपल भारत में अपने सेल को 9 मिलियन तक बढ़ाने का लक्ष्य रख रही है, जो पिछली बार की तुलना में 6.5 मिलियन सेल्स से बड़ा है। इसके लिए उन्होंने अपनी कीमतों में कमी की गई है ताकि वे और अधिक उपयोगकर्ताओं को आकर्षित कर सकें।
भारत में स्मार्टफोन के मार्केट में तेजी से बढ़ती मांग और एकस्प्रेसिंग डिज़ायर फॉर आईफोन की अवश्यकता के साथ, इस स्ट्रैटेजी का परिणाम सकारात्मक दिशा में जा सकता है और एपल को भारतीय बाजार में औरअधिक बढ़ने में मदद मिल सकती है।
इसके अलावा, एपल ने अपने न्यूली लॉन्च्ड आईफोन 15 के साथ भारतीय बाजार में अपने हिस्सेदारी को बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। भारतीय बाजार में विस्तार के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है, क्योंकि यह दिखाता है कि एपल भारतीय ग्राहकों के लिए अपने उत्पादों को अधिक पहुंचने का इरादा रखती है और उनकी मांग को समझती है।
इस नए स्ट्रैटेजी के साथ, एपल के आईफोन 14 और 14 Plus के मॉडल्स की कीमत में विशेष छूट प्रदान कर रहा है। पिछले मॉडल्स की तुलना में, इन स्मार्टफोनों की कीमत में यह छूट करी गई है ताकि अधिक से अधिक ग्राहक इन्हें अफोर्ड कर सकें। यह कदम विशेषकर ऐसे ग्राहकों के लिए है जो एपल के आईफोन के प्रति आकर्षित हैं, लेकिन इनके लिए वे कुछ प्राधिकृत पैसे नहीं खर्च करना चाहते हैं।
भारत में होता इन फोन का प्रोडक्शन
भारत में एपल के आईफोन के महंगे होने के पीछे कई कारण हैं। प्रमुख कारणों में से एक यह है कि इन फोनों के कई कंपोनेंट्स पर भारत में इम्पोर्ट ड्यूटी लगती है। इससे इन फोनों की विनिर्माण मूल्य बढ़ जाती है, जिसका प्रभाव उनकी कीमत पर पड़ता है।
दूसरा कारण है भारत में इन फोनों के प्रोडक्शन की कमी है। हालांकि कुछ पुराने मॉडल्स की असेंबली भारत में होती है, लेकिन नए मॉडल्स के प्रोडक्शन को लेकर कोई जानकारी नहीं है। यह कारण भी इन फोनों की कीमतों को बढ़ावा देता है क्योंकि इन्हें भारत में आयात करना पड़ता है, जिससे व्यापारिक लेन-देन में और भी लागत बढ़ती है।
तीसरा कारण है भारतीय बाजार में एपल के उत्पादों के साथ व्यापार की कमी। इसका मतलब है कि भारत में इन फोनों की विपणन और प्रचार का कारोबार काफी कम होता है, जिससे कंपनी को उनके लाभ को बनाए रखने के लिए मूल्य को उचित रखना होता है। इसके अलावा, भारत में अपने उत्पादों को पहुंचाने के लिए एपल अपने पार्टनर्स के साथ मिलकर डिस्काउंट और प्रोमोशन की पेशकश करती है, जिससे ग्राहकों को आकर्षित किया जा सकता है।
आखिरकार, यह उल्लेखनीय है कि भारत में पिछले साल जब आईफोन 14 सीरीज की बिक्री शुरू हुई थी, तो 54 प्रतिशत पुराने मॉडल्स बिके थे, जिससे दिखता है कि भारतीय ग्राहकों की दिन पर दिन बढ़ती हुई मांग है और कंपनी अपने स्मार्टफोन के पुराने मॉडल्स के प्रति भी ध्यान देने के मूड में है।