रिपोर्ट- रोहित भट्ट
बागेश्वर. उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के जोशीगांव में 17 मार्च को एक ही घर के अंदर चार लोगों के शव मिलने से हड़कंप मच गया था. महिला और उसके तीन बच्चों के शव जिस हालत में थे, उन्हें देख हर कोई सन्न रह गया. शवों की शिनाख्त भोपाल राम की पत्नी नंदी देवी, बड़ी बेटी अंकिता (14), बेटा कृष्णा (7) और भावेश (1) के तौर पर हुई. वह यहां पर किराए पर रह रहे थे. बागेश्वर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और शनिवार को इसका खुलासा कर दिया. दरअसल इन मौतों का खुलासा तब हुआ, जब आठवीं में पढ़ने वाली अंकिता ने 12 पन्नों का सुसाइड नोट अपनी किताब में लिखा था. अंकिता की लिखी बातों को पढ़कर हर किसी की आंखें नम हो गईं.
पुलिस को मिले सुसाइड नोट में अंकिता ने लिखा था कि उनकी मां सल्फास लेकर आई थी. आर्थिक तंगी और देनदारी से उनका परिवार परेशान रहता था. जिन लोगों से उन्होंने उधार लिया था, वे बार-बार पैसे मांगने के लिए उन्हें परेशान करते थे और घर में आते थे. ऐसे में उनकी मां मानसिक रूप से काफी परेशान हो रही थी. इसके अलावा उनके पिता भी काफी परेशान हो चुके थे. वह 1 मार्च से घर नहीं आए थे.
पुलिस से मांगी थी मदद
अंकिता ने सुसाइड नोट में आगे लिखा कि लोग पैसे लेने के लिए घर तक पहुंच रहे थे, इसके लिए उन्होंने स्थानीय पुलिस से मदद की गुहार भी लगाई थी, पर उनके द्वारा कोई भी सहयोग नहीं किया गया. पुलिस को मिले सुसाइड नोट पर तुरंत कार्रवाई करते हुए एसपी बागेश्वर ने एसएचओ को लाइन हाजिर कर दिया.
आर्थिक तंगी से परेशान
बागेश्वर के एसपी हिमांशु वर्मा ने बताया कि परिवार की हालत ऐसी नहीं थी कि वह राशन खरीद सकें. वहीं भोपाल राम को पुलिस ने ढूंढ निकाला. उसने पुलिस को बताया कि तीन महीने पहले उनके पास मोबाइल था लेकिन आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने वह मोबाइल भी बेच दिया था. पुलिस ने इस मामले में एक महिला के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है. रीमा निवासी महिला से भोपाल राम ने कुछ रुपये लिए थे. जिसके बाद पुलिस ने महिला के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया है. मामले की जांच की जा रही है.
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Tags: Family suicide, Suicide
FIRST PUBLISHED : March 19, 2023, 15:08 IST
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