(BJP का ‘Quit India’) इस विशेष महाअभियान का आयोजन बीजेपी द्वारा किया गया है, जिसका पूरा कार्यक्रम 21 दिनों तक चलेगा, और इसका समापन कार्तव्य पथ पर होगा। इसके साथ ही, 16 अगस्त को प्रधानमंत्री की ‘मन की बात’ कार्यक्रम में एक नए अभियान की शुरुआत की जाएगी।
(BJP का ‘Quit India’) भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ भाजपा का महाअभियान: ‘छोड़ो भारत, बदलो भारत
भारतीय जनता पार्टी 81 साल पूरे होने पर ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की याद में एक महाअभियान की शुरुआत करने जा रही है। इस महाअभियान की अवधि 21 दिन होगी और इसकी शुरुआत संसद में स्थित गांधी प्रतिमा से बुधवार को की जाएगी। इस अभियान को विपक्षी गठबंधन के ‘INDIA’ पर तेज़ आक्रमण के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें बीजेपी के सदस्य संसद के दो सदनों में शामिल होंगे। इस अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में की जा रही है।
सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री सहित पार्टी के अन्य नेता संसद में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा पर जमा होंगे, जिसके बाद महाअभियान की शुरुआत की जाएगी। पार्टी के सांसदों के साथ बैठक करने के दौरान पीएम ने कहा कि विपक्षी गठबंधन इंडिया के खिलाफ वे सोशल मीडिया पर भी अभियान चलाएं। बीजेपी के इस नए अभियान का समापन 29 या 30 अगस्त को होगा, जिसका समापन कर्तव्य पथ पर किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर अभियान का करें प्रचार
पार्टी के सांसदों के साथ आयोजित बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने उन्होंने उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक नया महाअभियान घोषित किया। उन्होंने कहा कि वे ‘परिवारवाद भारत छोड़ो’, ‘भ्रष्टाचार भारत छोड़ो’ जैसी लाइनों का इस्तेमाल करके इस महाअभियान को सोशल मीडिया पर प्रसारित करेंगे।
प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों के प्रति भी एक उत्तरदायित्व आमंत्रित किया और कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं जो सिर्फ नकरात्मकता फैलाने में व्यस्त रहते हैं, जबकि वे सामाजिक परिवर्तन की दिशा में योगदान करने की क्षमता रखते हैं।
पार्टी ने एक पत्र के माध्यम से घोषित किया कि 16 अगस्त को प्रधानमंत्री के मासिक रेडियो शो ‘मन की बात’ के दौरान ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान की शुरुआत की जाएगी। इस अभियान को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर भी प्रसारित किया जाएगा ताकि यह संदेश देशवासियों तक पहुंच सके।
विपक्षी गठबंधन पर पीएम का हमला
हाल ही में, प्रधानमंत्री मोदी ने 508 रेलवे स्टेशनों की पुनर्निर्माण परियोजना की शुरुआत की, जिससे उन्होंने देशवासियों के लिए एक नई उम्मीद की किरण जगाई। इस आयोजन के दौरान, प्रधानमंत्री ने लोगों को संबोधित किया और उन्होंने विपक्ष पर एक तेज और निष्ठापूर्ण हमला बोला।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर देशवासियों के मन में महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व की भावना को फिर से जगाने का प्रयास किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि देश भर में लोग ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के महत्वपूर्ण संकेत के रूप में इस परियोजना की शुरुआत को महत्वपूर्ण मान रहे हैं, और वे इसके माध्यम से भ्रष्टाचार और वंशवाद के खिलाफ एक मजबूत संदेश पाठित कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री के इस तेज और दृढ़ हमले से साफ़ दिखता है कि वे देश के विकास और सुधार के प्रति समर्पित हैं, और वे उन दलों को खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं जो भ्रष्टाचार और वंशवाद की दिशा में नकरात्मकता का समर्थन करते हैं।