रिपोर्ट : गुलशन सिंह

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

बक्सर. बिहार के बक्सर जिला ने आज अपने स्थापना को 32 वर्ष पूरा कर लिया है. 17 मार्च 1991 को बक्सर को जिला का दर्जा मिला था. इस अवसर पर प्रतिवर्ष जिला स्थापना दिवस मनाया जाता है. इस बार भी जिला प्रशासन द्वारा स्थापना दिवस पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस कड़ी में शुक्रवार की शाम पौराणिक रामरेखा घाट पर जिला प्रशासन और सिद्धाश्रम सेवा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में गंगा आरती का भव्य आयोजन किया गया.

इस दौरान घाट पर जिले के वरीय पदाधिकारी सपरिवार पहुंचकर गंगा आरती में शामिल हुए. इसमें दौरान पुलिस अधीक्षक दीपक वर्णवाल,सदर एसडीओ धीरेंद्र कुमार मिश्रा, उपविकास आयुक्त डॉ. महेन्द्र पाल समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे.

गंगा आरती को बिहार में दिलाई जाएगी पहचान
सदर एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा ने बताया कि जिला स्थापना दिवस पर गंगा आरती का आयोजन शानदार रहा. उन्होंने बताया कि बक्सर में होने वाले गंगा आरती को पूरे बिहार में पहचान दिलाने के लिए जिला प्रशासन संकल्पित है. इसके विकास के लिए सरकार को जिला से प्रस्ताव भी भेजा जाएगा. वहीं जिला प्रशासन के इस आश्वासन पर रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव डॉ. श्रवण तिवारी, गंगा आरती सेवा ट्रस्ट के संयोजक लाला बाबा सहित तमाम स्थानीय लोगों ने खुशी जाहिर की.

11 सालों की लंबी लड़ाई के बाद मिली सफलता
बक्सर को जिला का दर्जा मिलने में 11 वर्षों की लंबी लड़ाई लड़ी गई थी. बताया जाता है कि इस लंबे आंदोलन के बाद बक्सर वासियों ने बक्सर को अनुमंडल के बाद जिला बनाने में सफलता हासिल की थी. इस पूरे आंदोलन में जिले के बुद्धिजीवी, समाजसेवी, व्यवसायी, श्रमिक, किसान, साहित्यकार, रंगकर्मी, राजनीतिज्ञ, पत्रकार और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल थे और सभी ने एक साथ संघर्ष किया तब जाकर जिला बना.

जिले की मांग के लिए 5 बार हुआ बक्सर बंद
कहा जाता है कि जनवरी 1980 से अनवरत संघर्ष के बाद बक्सर 17 मार्च 1991 को आखिरकार जिला बन गया. 1980 से लेकर 1990 तक में बक्सर वासियों ने पांच बार बक्सर को बंद कराया, जो अभूतपूर्व रहा और उससे सरकार की कुंभकर्णी निद्रा टूटी और फिर बक्सर को जिला का दर्जा मिल गया. उसी समय से 17 मार्च को प्रत्येक वर्ष जिला स्थापना दिवस मनाया जाता है.

Tags: Bihar News in hindi, Buxar news



Source link