रिपोर्ट- पवन सिंह कुंवर
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!हल्द्वानी. डायबिटीज से आंखों में समस्या बढ़ रही है, जो लोगों में अंधेपन का कारण भी बन सकती है. उत्तराखंड के हल्द्वानी में स्थित कुमाऊं मंडल के सबसे बड़े अस्पताल सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में ऐसे मरीज सामने आ रहे हैं, जिन्हें डायबिटीज के कारण आंखों में समस्या है. डायबिटीज की बीमारी शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की वजह से होती है. इससे ग्रसित मरीजों को आंखों से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है. हाई ब्लड शुगर वाले लोगों की आंखें जल्दी कमजोर हो जाती हैं.
सुशीला तिवारी अस्पताल के वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. जीएस तितियाल ने बताया कि डायबिटीज के मरीज को अगर आंखों से जुड़ी कोई समस्या है, तो वह जरूर डॉक्टर से परामर्श लें और समय-समय पर चेकअप करवाते रहें. जब आपको टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज होती है, तो इसके कारण आंखों की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है.
हाई ब्लड शुगर से हो सकता है मोतियाबिंद
हाई ब्लड शुगर समय के साथ आपकी आंखों के स्मॉल ब्लड वैसेल को नुकसान पहुंचा सकता है. इससे डायबिटिक रेटिनोपैथी नामक आंखों की बीमारी हो सकती है. हाई ब्लड शुगर से मोतियाबिंद और ग्लूकोमा भी हो सकता है, इसलिए डायबिटीज का ध्यान रखना जरूरी है.
समय-समय पर आंखों का टेस्ट कराना जरूरी
डॉ. तितियाल ने आगे कहा कि अगर आपको कई सालों तक हाई ब्लड शुगर रहती है, तो आपको प्रोलिफेरेटिव डायबिटिक रेटिनोपैथी नामक गंभीर बीमारी हो सकती है. इसे प्रोलिफेरेटिव इसलिए कहा जाता है क्योंकि रेटिना की सतह पर न्यू ब्लड वैसेल बढ़ने लगती हैं. ये वैसेल नाजुक होती हैं और ब्लड या फ्लूड का रिसाव कर सकती हैं. इसकी वजह से रेटिना में स्कार और विजन लॅास भी हो सकता है. अगर आपको डायबिटीज है, तो आपको साल में कम से कम एक बार आंखों के डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए.
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