Gautam adani :-अडानी विल्मर से अलग होंगे Gautam Adani! जानिए अचानक क्यों लिया ये बड़ा फैसला
Gautam Adani के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप अपनी कंपनी Adani Wilmar में 44 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की संभावना को विचार रहा है। मौजूदा शेयर प्राइस के अनुसार, इस 44 फीसदी हिस्सेदारी की मूल्य में लगभग 2.7 अरब डॉलर शामिल होते हैं। हालांकि, यह बातचीत अभी शुरुआती चरण में है और आगामी समय में इसका आखिरी निर्णय लिया जाएगा।
भारतीय अरबपति गौतम अडानी (Gautam Adani) एक और महत्वपूर्ण कदम की तरफ बढ़ रहे हैं, जिन्होंने अपनी एक कंपनी में बड़ी हिस्सेदारी का सौदा करने की संभावना जताई है। विशेष रिपोर्टों के अनुसार, अडानी ग्रुप ने अपने ज्वाइंट वेंचर, Adani Wilmar में 44 फीसदी स्टेक बेचने की योजना बनाई है। यह वेंचर सिंगापुर आधारित विल्मर ग्रुप के साथ मिलकर चलाया जा रहा है और इसकी मौजूदा वैल्यू करीब 6.17 अरब डॉलर है।”
“यह नई खबर उस दिशा में बड़ी मानवसाधन के साथ कदम बढ़ाती है, जिसके तहत गौतम अडानी अपने व्यापारिक स्तर को और बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। इस नए सौदे से न केवल उनके व्यवसाय में नए दरवाजे खुल सकते हैं, बल्कि यह भारतीय व्यवसायिक सेक्टर के बाहरी बाजार में भी उनकी पहुंच और महत्व को बढ़ा सकता है।”
“अडानी ग्रुप की तरफ से इस कदम की स्थिति कई संभावित उपायों की खोज के रूप में देखी जा सकती है, जो व्यावासिक माहौल में बदलाव ला सकते हैं और उनके उद्यमिता को और भी मजबूत बना सकते हैं। यह सौदा बाजार की परिस्थितियों और वित्तीय योजनाओं के साथ मिलकर चलता रहेगा, लेकिन गौतम अडानी के विशाल पैमाने के विकास की दिशा में एक और कदम हो सकता है।”
2.7 अरब डॉलर में बेच सकते हैं हिस्सेदारी
“ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, गौतम अडानी अपने व्यवसायी पैमाने को और बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम की तरफ बढ़ रहे हैं। उनके नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप द्वारा अपनी कंपनी Adani Wilmar में 44 फीसदी की हिस्सेदारी का सौदा करने की योजना बनाई गई है, जिसकी मौजूदा वैल्यू करीब 2.7 अरब डॉलर है। यह प्रस्ताव अभी शुरुआती चरण में है और यह उनके उद्यमिता और व्यवसायिक दिशा-निर्देश की पुष्टि करता है।”
“गौतम अडानी के द्वारा प्रस्तुत इस प्लान से स्पष्ट होता है कि उनकी उद्यमिता और निवेश की दिशा में नए उद्यमों की तलाश जारी है। इसके साथ ही, यह कदम व्यवसायिक संकेतों के बीच एक महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना दर्शाता है, जो उनके व्यापारिक दुनिया में नए मानदंड और स्थिति की स्थापना के लिए हो सकते हैं।”
“बावजूद इस रिपोर्ट की, अडानी ग्रुप द्वारा इस मामले में किसी भी प्रकार की टिप्पणी से इनकार किया गया है, जो इसका अभिवादन और विचार-विमर्श का हिस्सा हो सकता है। यह सौदा केवल फाइनेंशियल दुनिया के बाहर नहीं बल्कि भारतीय व्यवसायिक सेक्टर के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रतिबद्धता की प्रतीक भी हो सकता है।”
ज्वाइंट वेंचर से बाहर निकलने की तैयारी
“गौतम अडानी की नेतृत्व वाली अडानी ग्रुप की द्वारा Adani Wilmar में बड़ी हिस्सेदारी के बेचने का फैसला कंपनी के भविष्य की योजनाओं की प्रतिक्रिया बना रहा है। रिपोर्टों के मुताबिक, यह हिस्सेदारी 44 फीसदी हो सकती है और इसकी कुल वैल्यू करीब 2.7 अरब डॉलर हो सकती है। इस विचार-विमर्श की विगति में कहा गया है कि यह फैसला अभी समय की शुरुआती चरण में है।”
“कहा जा रहा है कि इस हिस्सेदारी की बिक्री के माध्यम से अडानी ग्रुप सिंगापुर बेस्ड विल्मर समूह के साथ जॉइंट वेंचर से बाहर निकल सकता है। हालांकि, कंपनी की तरफ से इस पर किसी भी प्रकार की पुष्टि नहीं की गई है और यह आपक्रिया फिलहाल शुरूआती चरण में है।”
“अडानी ग्रुप के मालिक गौतम अडानी और उनका परिवार इस हिस्सेदारी को बेचकर विकास की दिशा में नए कदम उठा सकते हैं। इसके साथ ही, किसी भी बिक्री के बाद वे बी व्यक्तिगत क्षमता में माइनॉरिटी हिस्सेदारी का समर्थन कर सकते हैं, जो कंपनी के उद्यमिता को और भी बढ़ावा देने में मददगार साबित हो सकती है।”
खाद्य तेल से लेकर ये प्रोडक्ट बनाती है कंपनी
“अडानी विल्मर एक ऐसी कंपनी है जो खाद्य तेल, गेहूं का आटा, चावल, दालें और चीनी जैसे महत्वपूर्ण रसोई सामग्री की पेशेवर प्रोडक्ट्स प्रदान करती है। इसे जनवरी 1999 में अडानी समूह और विल्मर समूह के ज्वाइंट वेंचर के रूप में शुरू किया गया था। आज, यह कंपनी भारत के 10 राज्यों में 23 प्लांट्स के साथ मौजूद है, जो उनके उत्पादों की निरंतर और उच्च गुणवत्ता वाली आपूर्ति सुनिश्चित करते हैं।”
“इस कंपनी का प्रमुख ब्रांड ‘फॉर्च्यून’ (Fortune) है, जिससे खाद्य तेल के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। फॉर्च्यून ब्रांड के तहत उनके उत्पाद बहुत सारे गृहिणियों के रसोई में प्रयुक्त होते हैं, जिनमें खाद्य तेल के विभिन्न प्रकार शामिल हैं, जैसे कि मस्टर्ड ऑइल, सूया तेल, सूफले तेल आदि।”
“अडानी विल्मर का उद्देश्य उच्च गुणवत्ता और पूरी सतिस्फेक्शन के साथ ग्राहकों को पेशेवर रसोई सामग्री प्रदान करना है, जिससे उनके ग्राहक अपने रसोई का खास अनुभव कर सकें।”
अडानी विल्मर के शेयरों में गिरावट
“पिछले सप्ताह, अडानी ग्रुप ने अपनी फ़िलियल कंपनी Adani Wilmar के जून 2023 तिमाही के नतीजों की घोषणा की थी। इस तिमाही में, कंपनी ने 79 करोड़ रुपये का घाटा देखा है। जून तिमाही में EBITDA में 71 फीसदी की गिरावट हुई है और यह 130 करोड़ रुपये हो गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की मुकाबले कम है।”
“खबरों के अनुसार, अडानी विल्मर के शेयरों पर इस हालत का असर पड़ रहा है। कंपनी के स्टॉक बीते कारोबारी दिन में गिरकर 376.00 रुपये पर बंद हुआ था और बुधवार को सुबह 375.25 रुपये पर ओपन हुआ है।”