रिपोर्ट- आदित्य आनंद

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

गोड्डा. महागामा के दुर्गा मंदिर स्थित स्व ईश्वरदास स्मृति भवन धर्मशाला करीब 6 वर्षों बाद आज एक बार फिर से खुल चुका है. आपसी विवाद के कारण कोर्ट के आदेश पर धर्मशाला बंद हुआ था. इस धर्मशाला की खासियत है कि यह सस्ती दरों पर शादी-विवाह से लेकर अन्य कार्यक्रमों के लिए उपलब्ध होता था. जिससे लोगों को काफी सुविधा होती थी.

वहीं, आपसी विवाद के कारण 6 वर्ष पूर्व यह बंद हो गया था. जिस वजह से कुछ सालों तक यह धर्मशाला बंद था. आसपास के इलाके के लोगों को इसके खुलने का इंतजार था. बीच में इस धर्मशाला को नगर पंचायत द्वारा खोलकर चलाने की बात कही गई थी लेकिन दोबारा कोर्ट के आदेश पर इसे बंद कर दिया गया था. स्थानीय लोग बताते हैं कि जब यह धर्मशाला चालू था उस समय महज़ 3000 रुपये के किराए में पहली मंजिल बुक कर शादी का कार्यक्रम संपन्न हो जाता था. 10,000 रुपये में पूरा धर्मशाला बुक होता था. इसके बंद होने के बाद खासकर गरीब तबके के लोगों को काफी परेशानियां होने लगी थी और लोग इसके खुलने का इंतजार कर रहे थे.

बता दें कि 6 वर्ष पहले जब यह धर्मशाला बंद हुआ था तो उस समय धर्मशाला में तमाम वह सारी सुविधाएं थी जो एक महंगे होटलों में हुआ करती है. लेकिन विवादों में बंद होने के बाद चोरों ने धर्मशाला में घुसकर यहां की हर एक चीजों को चोरी कर ली. जैसे टीवी, फ्रिज, पंखा, बल्ब, एयर कंडीशन, बिजली का सामान, इनवर्टर, बैटरी, पलंग, चौकी, दरवाजे, मंदिर की घंटियां, मंदिर के कलशे, बिजली वायरिंग का सारा सामान, बिजली बोर्ड, धर्मशाला के सीढ़ियों में लगी रेलिंग समेत अन्य सारी चीजें चोरी कर ली गई.

कब से शरू होगी बुकिंग
धर्मशाला के संचालक दिलीप टिबरेवाल वालों ने बताया कि वर्षों बाद धर्मशाला की चाबी मिली है. जिसे खोलने के बाद इसका सारा सामान गायब दिख रहा है. जिसे अब दोबारा चालू करने में करीबन 30 लाख रुपये का खर्च है. दोबारा हर चीज सुचारू रूप से शुरू करने के लिए कम से कम 2 से 3 महीने का वक्त लग सकता है. इसलिए अगले लग्न से ही धर्मशाला शुरू होने की संभावना है. फिलहाल खुशी की बात यह है कि धर्मशाला खोलने की मंजूरी कोर्ट ने दे दी है और अब लोगों को किसी भी कार्यक्रम के लिए परेशान होने की आवश्यकता बिल्कुल ही नहीं होगी.

Tags: Godda news, Jharkhand news, Marriage news, Wedding Function



Source link