दरभंगा. बिहार के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में एक एलएनएमयू नित नये प्रयोग शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए कर रहा है. इसी कड़ी में अबफिनलैंड से शैक्षणिक आदान-प्रदान की बात चल रही है. फिनलैंड के शिक्षाविद् मार्क्कू लेम्मेट्टी दंपत्ति ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालयदरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह से मिले. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय(LNMU) और फिनलैंड के विश्वविद्यालयों के बीच शैक्षणिक आदान-प्रदान के लिए एमओयू हस्ताक्षर के लिए विस्तृत विचार-विमर्श किया. अगर सबकुछ ठीक रहा तो एलएनएमयू के छात्रों के लिए यह मील का पत्थर साबित होगा.

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एलएनएमयू में संसाधनों की कमी न हीं है

फिनलैंड के प्रोफ़ेसर दंपत्ति ने बताया कि मिथिला विश्वविद्यालय में बुनियादी सुविधाएं सराहनीय हैं तथा मानव संसाधनों की भी कमी नहीं है. इसलिए यदि फिनलैंड के विश्वविद्यालयों और मिथिला विश्वविद्यालय के बीच एमओयू साइन होता है तो इसका लाभ मुख्य रूप से इस विश्वविद्यालय को मिल सकेगा.

मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने आइक्यूएसी निदेशक डा. ज्या हैदर को निर्देशित किया कि उक्त मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच एमओयू हस्ताक्षर की संभावना को देखें. कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक अहमद ने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों एवं सांस्कृतिक विरासत के साथ ही क्षेत्रीय विशेषताओं से अतिथियो को अवगत कराया.

फिनलैंड विश्व में शिक्षा के क्षेत्र में एक मानक राष्ट्र है

गौरतलब है कि अतिथि प्रोफेसर दंपती फिनलैंड के कन्फेडरेशन फॉर एकेडमिक प्रोफेशनल्स ट्रेड यूनियन लॉयर के सेवानिवृत्त निदेशक तथा फिनिश इंडिया फ्रेंडशिप सोसायटी के अध्यक्ष भी हैं.फिनलैंड विश्व में शिक्षा के क्षेत्र में एक मानक राष्ट्र है. जिसका कारण यह है कि वहां गुणवत्तापूर्ण एवं शोधपरक शिक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है.

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FIRST PUBLISHED : March 14, 2023, 15:50 IST



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