KYC का नया माध्यम: सरकारी बैंकों में घर बैठे करें वीडियो कॉल से पुष्टि
“Bank of Baroda के नए KYC नियम: वीडियो KYC कॉल से आसान प्रक्रिया की प्रारंभिक”
बैंक ऑफ बड़ौदा ने हाल ही में ग्राहकों के लिए नए KYC नियम लागू किए हैं, जिसका उद्घाटन किया गया है. अनुशासन से काम करने वाली इस बैंक ने उन ग्राहकों के लिए एक सुविधा प्रदान की है, जो अपने KYC प्रोसेस को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक किसी भी वर्किंग-डे पर पूरा करना चाहते हैं. इस नए प्रक्रिया में, ग्राहकों को अपने घर से ही वीडियो KYC कॉल करके केवाईसी प्रोसेस को पूरा करने का मौका मिलेगा. यह सुनिश्चित करने के लिए है कि वीडियो कॉल की पूरी प्रक्रिया का आवश्यक समय सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक ही रखा गया है. ग्राहकों को अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी समय वीडियो कॉल करके अपने KYC प्रोसेस को पूरा करने का यह अवसर मिलेगा. वीडियो कॉल की पूरी होने के बाद, बैंक के रिकॉर्ड में उपयोगकर्ता के संबंधित ब्योरे को अपडेट कर दिया जाएगा, जिससे कि उनकी वित्तीय संबंधित प्रक्रियाएँ भी सुरक्षित रह सकें।
“Bank of Baroda ने ग्राहकों के लिए वीडियो Re-KYC सेवा लांच की”
Bank of Baroda ने हाल ही में एक नई सुविधा शुरू की है, जिससे ग्राहकों को वीडियो Re-KYC की प्रक्रिया को बिना बैंक शाखा जाए आसानी से पूरा करने का मौका मिलेगा. इस सेवा के तहत, ग्राहक अपनी KYC प्रोसेस को वीडियो कॉल के माध्यम से पूरा कर सकते हैं, जिससे उन्हें बैंक शाखा में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इस सुविधा के तहत, ग्राहक सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक किसी भी वर्किंग-डे पर वीडियो KYC कॉल करके अपनी पहचान प्रमाणित कर सकते हैं। पूरे वीडियो कॉल के बाद, बैंक ग्राहक के ब्यौरे को अपडेट कर देगा, जिससे उनकी वित्तीय संबंधित प्रक्रियाएँ सुरक्षित रहेंगी। यह सुविधा ग्राहकों को अपनी KYC प्रोसेस को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक ही पूरा करने का अवसर प्रदान करती है, जो उनकी आसानी और सुरक्षा के साथ सम्पन्न होती है।
“वीडियो KYC: बैंकों की नई डिजिटल पहचान प्रमाणितीकरण प्रक्रिया”
बैंक ऑफ बड़ौदा के ‘वीडियो री-केवाईसी’ KYC सेवा के बाद, अब ग्राहकों को बैंक शाखा में जाने की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि यह एक नई डिजिटल पहचान प्रमाणितीकरण प्रक्रिया का हिस्सा है। यह नया तरीका प्राप्त करने के लिए, ग्राहकों को सिर्फ वीडियो कॉल करनी होगी, जिसमें वे अपने आधार और पैन कार्ड जैसे आवश्यक दस्तावेजों की जाँच कर सकेंगे। यह सुविधा केवल उन ग्राहकों के लिए है जो 18 साल से अधिक उम्र के भारतीय नागरिक होते हैं और जिनके पास आधार नंबर और पैन कार्ड मौजूद होते हैं। पूरी प्रक्रिया के बाद, उनकी वित्तीय संबंधित प्रक्रियाएँ तुरंत अपडेट होती हैं, जो उन्हें आसानी से बैंक की सुविधाओं का उपयोग करने में मदद करता है।
“सुविधाजनक और डिजिटल पहचान प्रमाणितीकरण: बैंकों के नए अवसर”
बैंक ऑफ बड़ौदा ने ग्राहकों के लिए डिजिटल पहचान प्रमाणितीकरण की सुविधा को और भी बढ़ावा देते हुए, उनके परंपरागत ग्रहकों के लिए ‘सुबह 10 से शाम 6 बजे तक’ वीडियो KYC सुविधा की पेशेवरता प्रस्तुत की है। इसके माध्यम से, ग्राहकों को आसानी से उनकी खाता पहचान प्रक्रिया को पूरा करने का अवसर मिलता है, और वे इसे अपने समय के अनुसार कर सकते हैं। वीडियो कॉल के माध्यम से कस्टमर्स को उनके आवश्यक दस्तावेजों की जाँच करने की सुविधा प्राप्त होती है, और उनकी जानकारी बैंक के रिकॉर्ड में अपडेट कर दी जाती है। इसके साथ ही, बैंक द्वारा ग्राहकों को सूचित किया जाता है कि उनकी पहचान प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी हो चुकी है, जिसकी जानकारी उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज के द्वारा दी जाती है। यह नयी सुविधा बैंक के ग्रहकों को अधिक आसानी से और डिजिटल तरीके से उनकी खाता पहचान प्रमाणितीकरण प्रक्रिया को पूरा करने का मौका देती है।
“सुरक्षित और व्यवस्थित प्रक्रिया: डिजिटल KYC का नया द्वार”
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के निर्देशन में, बैंकों को ग्राहकों की पहचान प्रमाणितीकरण (KYC) प्रक्रिया को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने का कदम उठाने के लिए एक नई डिजिटल उपाय ‘वीडियो री-केवाईसी’ सेवा की पेशेवरता की गई है। यह प्रक्रिया ग्राहकों को उनके घरों की आराम से बैठकर KYC प्रमाणितीकरण प्रक्रिया को पूरा करने का अवसर प्रदान करती है, जिससे उन्हें बैंक जाने की जरूरत नहीं होती। इस वीडियो KYC सेवा के माध्यम से, ग्राहक अपनी जरूरी दस्तावेजों के साथ बैठकर एक वीडियो कॉल के जरिए बैंक के कर्मचारी के साथ जुड़ सकते हैं और वे उनकी पहचान प्रमाणितीकरण प्रक्रिया को समर्थन देते हुए उनकी जानकारी को अपडेट कर सकते हैं। यह प्रक्रिया न केवल सुरक्षितता बल्कि व्यवस्थितता भी प्रदान करती है, क्योंकि ग्राहकों को बैंक में जाने की आवश्यकता नहीं होती है, बल्कि वे इसे अपने समय और आसानी से पूरा कर सकते हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से, ग्राहकों को आत्मनिर्भरता की अद्वितीय अनुभूति मिलती है, जबकि यह बैंकों को भी उनके ग्राहकों के सुरक्षित और विश्वसनीय पहचान प्रमाणितीकरण प्रक्रिया के प्रति समर्पित दिखाता है।