Live Updates:’अंग्रेजों के बनाए 3 कानून बदलेंगे’ – लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने पेश किए तीन बिलों की योजनाएँ!
मानसून सत्र लाइव अपडेट्स:
मणिपुर हिंसा और सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के चलते संसद के मॉनसून सत्र का शुक्रवार को समापन होने जा रहा है। सदन में आज भी हंगामा देखने को मिल रहा है, जैसा कि पिछले कुछ दिनों से चल रहा है। इस मानसून सत्र के दौरान, विपक्षी दलों ने मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया, और इसके साथ ही उन्होंने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी पेश किया। इसके परिणामस्वरूप, सदन में बहस और उच्छालन की आवश्यकता थी, जिसका परिणाम अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तर के रूप में आया है। उन्होंने विपक्षी दलों की आलोचना की और उनके आवाज़ को ध्वनिमत से खारिज किया गया था, जिससे यह अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया।
संसद के परिसर में विपक्षी गठबंधन ने एकता का प्रदर्शन किया है। विभिन्न दिग्गज नेताओं के साथ राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी मौजूद थे, जो इस प्रदर्शन को और भी अधिक महत्वपूर्ण बनाते हैं। संसद के इस माहौल में विपक्ष ने सरकार के प्रति उनके आपत्तिजनक दृष्टिकोण को जताया और इस सत्र को उनके विरोध का एक मंच बनाया।
इस मानसून सत्र के अंत में, महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श की गई और देश की जनता के प्रति सरकार की जिम्मेदारियों की चर्चा की गई। विपक्ष ने विभिन्न मुद्दों पर बोलकर अपने दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया और सरकार के खिलाफ अपने संदेश को पहुँचाने का प्रयास किया। सरकारी दल ने उनके सवालों का उत्तर दिया और अपनी नीतियों की प्रशंसा की। इस प्रकार, सत्र के दौरान सार्वजनिक दिलचस्पी और उच्छालन सहित, विभिन्न दलों के बीच तीखी बहस और विचार-विमर्श की गई।
“स्टैंडिंग कमिटी को भेजे गए तीन बिल
लोकसभा में आज गृह मंत्री अमित शाह ने तीन बिल पेश किए, जिन्हें अब स्टैंडिंग कमिटी के पास भेज दिया गया है। इस मौके पर उन्होंने कहा, “1860 से 2023 तक देश की आपराधिक न्याय प्रणाली अंग्रेजों द्वारा बनाए गए कानूनों के अनुसार कार्य करती रही है। इन तीन कानूनों के संशोधन से देश में आपराधिक न्याय प्रणाली में बड़े बदलाव की योजना है।”
“नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा होगी” – अमित शाह
तीन बिलों को पेश करते समय गृह मंत्री अमित शाह ने यह बताया कि इन उपायों से नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा होगी। वे माननीय सदन में यह भी बताने का प्रयास किया कि इन संशोधनों के माध्यम से कानूनी प्रक्रिया को मौद्रिक कर दिया जाएगा ताकि न्याय प्रणाली में तेजी और निष्पक्षता बनी रह सके।”
“राज्यसभा की कार्यवाही 2:00 तक स्थगित”
आज ही दिन संसद के मॉनसून सत्र का अंत है, लेकिन राज्यसभा को आज दोपहर 2 बजे तक की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है। यह निर्णय हंगामे के बीच लिया गया है जिससे संसद में विचार-विमर्श जारी रह सके।”
“अधीर रंजन के निलंबन पर फारूक अब्दुल्ला की प्रतिक्रिया”
नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) सांसद फारूक अब्दुल्ला ने कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के निलंबन पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वह खेद है कि आखिरी दिन (संसद सत्र के) एक अच्छे सदस्य को निलंबित किया गया है। यह प्रतिक्रिया संसद के माहौल में विवाद के बीच साझा की गई।”
“मल्लिकार्जुन खरगे ने अधीर रंजन चौधरी के निलंबन पर राज्यसभा में दिए बयान”
राज्यसभा में आज कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के निलंबन पर विपक्षी दल के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि उन्हें मामूली आधार पर निलंबित कर दिया गया है और सिर्फ ‘नीरव मोदी’ कहकर वे इस निलंबन का विरोध कर रहे हैं। खरगे ने यह भी जाहिर किया कि कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने उन्हें उसी समय कहा था कि माफी मांगें और खेद व्यक्त करें, लेकिन इस पर कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने यह भी मंगलवार को फैसला होने की बजाय स्पीकर पर निर्भर होने की बात कही।”
“संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी का विचार”
लोकसभा से कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के निलंबन पर संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने अपना विचार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने अधीर रंजन चौधरी से उनके निलंबन पर माफी मांगने की कही थी, लेकिन उन्होंने किसी प्रकार की कदम उठाने की कोशिश नहीं की। उन्होंने यह भी बताया कि इस परिस्थिति में फैसला स्पीकर पर निर्भर होता है।”
“NCP सांसद फौजिया खान का विचार”
नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) सांसद फौजिया खान ने इस मुद्दे पर अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि कथनी और करनी में अंतर होना चाहिए। वे इस बात पर रोशनी डालने का प्रयास कर रहे थे कि विभिन्न मामलों में गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई है, लेकिन उनमें से कितने ही गिरफ्तारी हुई हैं, और वह भी कितने तेजी से, इसमें बड़े अंतर की जांच करते हैं। वे यह भी कहते हैं कि प्रधानमंत्री को मणिपुर जाने की आवश्यकता है ताकि वह इस समस्या का समाधान निकाल सकें।”
“भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या का विचार”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद तेजस्वी सूर्या ने बताया कि भारतीय जनता ने 2014 और 2019 में विपक्ष के प्रति अपना अविश्वास प्रकट किया था। उन्होंने इसके साथ ही संस
द में अविश्वास प्रस्ताव की विफलता की भी बात कही और यह संकेत किया कि उनकी राय है कि आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्ष की स्थिति और भी बुरी हो सकती है।”