माना जाता है कि शताब्दियों पहले इस मंदिर को ‘किराट कूप’ के नाम से जाना जाता था. इस मंदिर की 5 शृंखलाएं हैं, जिनमें से शिव मंदिर और विष्णु मंदिर ही ठीक अवस्था में है. बाकी के मंदिर रखरखाव के अभाव में खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इस मंदिर का निर्माण किस वंश के शासनकाल में किया गया, लेकिन माना जाता है कि इस प्राचीन मंदिर का निर्माण गुप्त वंश, संगम वंश या फिर गुर्जर-प्रतिहार वंश के दौरान कराया गया होगा. (न्यूज 18/फाइल फोटो)