PM मोदी के वचन: 9 सालों में देश की बदलती दिशा
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लिंक्डइन पोस्ट: नौ साल में ITR फाइलिंग में बढ़ी भागीदारी की तस्वीर”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी लिंक्डइन पोस्ट में एक महत्वपूर्ण मुद्दे को उठाया है जो भारतीय वित्तीय प्रणाली की विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने साल 2014 से लेकर 2023 तक के नौ साल में आयकर रिटर्न फाइलिंग में हुई बढ़ती भागीदारी के डेटा का उल्लेख किया है। इस डेटा से स्पष्ट होता है कि भारत के सभी राज्यों में लोगों की आयकर फाइलिंग में उनकी सहभागिता में वृद्धि हुई है। यह एक महत्वपूर्ण संकेत है कि नागरिकों की उच्चतम स्तर पर भागीदारी और सशक्तिकरण के प्रति उनकी दृढ़ समर्पणा है। इससे स्पष्ट होता है कि भारत समृद्धि, सामर्थ्य और सामाजिक विकास की दिशा में मजबूती से अग्रसर हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी की लिंक्डइन पोस्ट: भारतीय अर्थव्यवस्था का नया दिशा-निर्देश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी लिंक्डइन पोस्ट में भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण बात को उठाया है। उन्होंने हाल की रिसर्च और शोध की रिपोर्ट के आधार पर दिखाया कि भारतीय अर्थव्यवस्था आगे बढ़ रही है और सही दिशा में जा रही है। प्रधानमंत्री ने इस पोस्ट में विभिन्न रिसर्च डेटा को साझा करके दिखाया कि बीते कुछ सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है और लोगों की समृद्धि में वृद्धि हुई है। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार के प्रयासों और नीतियों के परिणामस्वरूप भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूती से आगे बढ़ रही है।
प्रधानमंत्री मोदी की रिसर्च से प्रकट होता भारतीय आर्थिक सुधार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी लिंक्डइन पोस्ट में दिखाया कि भारतीय अर्थव्यवस्था में नौ सालों के अंतराल में आय की दृढ़ता में सुधार हुआ है। PM Modi ने शोध के आकड़ों के साथ साझा किया कि इन नौ सालों में भारतीय जनता की औसत आय में महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की गई है। SBI Research के अनुसार, इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइलिंग के आधार पर, भारतीयों की औसत आय में फाइनेंशियल ईयर 2014 से 2023 तक 4.4 लाख रुपये से 13 लाख रुपये तक उछाल दर्ज की गई है। यह सामग्री प्रदर्शित करती है कि भारत समृद्धि और विकास की मार्ग में प्रगति कर रहा है। साथ ही, अनिल पद्मनाभन की शोध ने दिखाया कि कर आधार (Tax Base) में विभिन्न इनकम ग्रुपों में वृद्धि हुई है, जिससे भारतीय समाज की सामृद्धिक समानता में सुधार हो रहा है।
आईटीआर फाइलिंग में चार गुना वृद्धि: आर्थिक सुधार का संकेत
रिसर्च डेटा में प्रत्येक इनकम ब्रैकेट में आईटीआर फाइलिंग (ITR Filing) में दिखाई गई वृद्धि ने एक सकारात्मक और उत्कृष्ट आर्थिक परिप्रेक्ष्य की तस्वीर पेश की है। इस अनुशंसा का संदर्भ प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए रिसर्च डेटा में है, जहाँ वह दर्ज की गई आईटीआर फाइलिंग आंकड़ों को साझा करते हुए बताते हैं कि राज्यों में आयकर फाइलिंग में गुजरे नौ सालों में न्यूनतम तिगुनी वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि कुछ राज्यों में आईटीआर फाइलिंग में लगभग चार गुना की बढ़ोतरी देखने को मिली है। यह आंकड़े भारत की आर्थिक सुधार की दिशा में सकारात्मक प्रगति की ब्राह्मण है और दिखाते हैं कि देश की आर्थिक मजबूती और उद्यमिता का संकेत है।
टैक्स फाइलिंग में बढ़ी राज्यों की भागीदारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिंक्डइन पोस्ट में दर्शाया कि साल 2014 और 2023 के बीच आईटीआर फाइलिंग में दर्ज आकड़ों का विश्लेषण करते समय, यह दिखता है कि राज्यों की भागीदारी में एक महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है, जो सभी के सामूहिक समृद्धि के प्रति निष्ठानुसार है। आईटीआर फाइलिंग के आंकड़ों के माध्यम से उसकी उदाहरण देते हुए, यह स्पष्ट होता है कि व्यक्तियों की आय में वृद्धि दिखाई दी है। डेटा विश्लेषण से पता चलता है कि आईटीआर फाइल करने के मामले में उत्तर प्रदेश ने उन राज्यों में से एक होते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जिनमें बड़ी मात्रा में आईटीआर फाइलिंग हुई है। जून 2014 में उत्तर प्रदेश ने मामूली 1.65 लाख आईटीआर फाइलिंग दी थी, जबकि यह आंकड़ा जून 2023 तक बढ़कर 11.92 लाख तक पहुंच गया है।
जनता के भरोसे पर सरकार की महत्वपूर्ण भूमिका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई लिंक्डइन पोस्ट ने दर्शाया कि जनता द्वारा सरकार पर बढ़ता विश्वास कैसे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। एसबीआई की रिसर्च रिपोर्ट ने इस विश्वास को और भी मजबूत किया है, जब वह दर्शाती है कि केवल बड़े राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि छोटे राज्यों जैसे मणिपुर, मिजोरम और नागालैंड ने भी पिछले 9 वर्षों में आईटीआर फाइलिंग में 20 फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज की है। यह वृद्धि न सिर्फ लोगों की आय में वृद्धि की प्रकटि है, बल्कि इससे पता चलता है कि देश में कर कानूनों का अनुपालन भी मजबूती से हो रहा है। पीएम मोदी ने इस पोस्ट में बताया कि यह डेटा हमारी सरकार में जनता के विश्वास की भावना को भी पुनः प्रमोट करता है।
राष्ट्र के सपनों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई लिंक्डइन पोस्ट ने हमें एक सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी है, जब उन्होंने बताया कि विभिन्न रिसर्च रिपोर्ट्स से सामने आने वाले आकड़े न केवल हमारे सामूहिक प्रयासों को प्रोत्साहित करते हैं, बल्कि ये राष्ट्र की क्षमताओं को भी सकारात्मक दृष्टिकोण से प्रकट करते हैं। PM Modi ने यह स्पष्ट किया कि बढ़ती समृद्धि देश की राष्ट्रीय प्रगति के लिए एक शुभ संकेत है और हम निस्संदेह एक नए आर्थिक युग के शिखर पर खड़े हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि हम 2047 तक अपने ‘विकसित भारत’ के सपनों की पूरी दिशा में अग्रसर हो रहे हैं।
SBI रिसर्च के अनुसार, साल 2047 तक प्रत्येक व्यक्ति की आय FY23 में 2 लाख रुपये से बढ़कर FY47 में 14.9 लाख रुपये होने की संभावना है। रिपोर्ट में उल्लिखित है कि 2047 तक, ITR दाखिल करने वालों में से 25 फीसदी सबसे कम आय वाली श्रेणी से बाहर निकल सकते हैं।