रिपोर्ट : पीयूष शर्मा

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मुरादाबाद. जिले भर में कई जगह लोग गर्मी और अंधेरा झेलने पर मजबूर हैं क्योंकि विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल लगातार जारी है. अपनी मांगों को लेकर डटे हुए कर्मचारी लगातार सरकार से गुहार लगा रहे हैं. जगह-जगह लाइट गुल हो रही है, लेकिन कर्मचारियों और सरकार दोनों के तेवर हैं कि ढीले नहीं पड़ रहे. ऊर्जा मंत्री ने हड़तालियों पर एस्मा की कार्रवाई करने की चेतावनी दे दी है तो कर्मचारी साफ कह रहे हैं, ‘सरकार को जो करना है करे.’

विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल के ऐलान के बाद ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. उत्तर प्रदेश में विद्युत कर्मचारियों के संगठनों ने 72 घंटे की हड़ताल का ऐलान किया. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हमने संगठनों से बात करने की कोशिश की और उनसे हड़ताल समाप्त करने को कहा मगर ये जिद पर अड़े हैं. उन्होंने हड़ताल पर गए कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जो संविदाकर्मी हड़ताल में शामिल हैं, उनकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी.

उन्होंने एस्मा की चेतावनी के साथ ही कहा कि कई कर्मचारी और संगठन इस हड़ताल में शामिल नहीं होना चाहते हैं. उनको रोकने वालों और नुकसान पहुंचाने वालों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वित्तीय साल के आखिरी महीने में हड़ताल ठीक नहीं है. इसके अलावा गर्मी के मौसम में उपभोक्ताओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

हड़ताल के लिए सरकार ने किया मजबूर

ऊर्जा मंत्री के सख्त तेवरों के खिलाफ विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने कहा कि सरकार अपना काम करे, हम तो अपना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हड़ताल की नौबत इसलिए आई क्योंकि सरकार अपने वादे से मुकर गई. सरकार और संगठनों के बीच जो समझौता हुआ था, उसे अभी तक लागू नहीं किया गया. समिति ने कहा कि हड़ताल के लिए सरकार ने हमें मजबूर किया है. 90 दिन बीत जाने के बावजूद समझौते पर अमल नहीं किया गया.

Tags: Electricity Department, Moradabad News, Strike



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