Tata steel deal

                         Tata steel deal: 5150 करोड़ की आर्थिक सहायता: सरकार का बड़ा फैसला….


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टाटा ग्रुप का ब्रिटेन में बड़ा कारोबार

“टाटा स्टील के निवेश से बढ़ेगा ब्रिटेन का आर्थिक विकास”

टाटा स्टील (Tata Steel) और ब्रिटिश सरकार के बीच हुई बड़ी डील ने ब्रिटेन के आर्थिक विकास की दिशा में एक नया मोड़ खोल दिया है। इस समझौते के तहत टाटा स्टील को 50 करोड़ पाउंड का ग्रांट मिलेगा, जो कार्बन उत्सर्जन को कम करने के उद्देश्य से उपयोग किया जाएगा। यह ग्रांट कंपनी के प्लांट्स के पर्यावरणीय प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा और साथ ही ब्रिटेन के संभावित आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा।

इस समझौते के परिणामस्वरूप, टाटा स्टील अपने प्रोजेक्ट्स के लिए ब्रिटिश सरकार के साथ साझा करेगा और यह एक पर्यावरण में अनुकूल और सतत विकास के प्रति उनके समर्थन की प्रक्रिया का हिस्सा होगा। यह डील केंद्र सरकार की आर्थिक स्वायत्तता और अधिग्रहण के उद्देश्यों को पूरा करती है, और स्थानीय जनता के लिए भी सजीव और स्वास्थ्यिक पर्यावरण के साथ एक समृद्धि से भरपूर आर्थिक लाभ प्रदान करेगी।

ब्रिटेन के आर्थिक विकास के लिए यह कदम महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे कार्बन उत्सर्जन कम करने और पर्यावरण की सुरक्षा में सुधार होगा, जिससे ब्रिटेन अपने ही लक्ष्यों के प्रति पुनर्निर्धारित हो सकता है। इस साथीकरण से न केवल उद्योग को हित मिलेगा, बल्कि यह भी ब्रिटेन की आर्थिक प्रगति के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इस समझौते के परिणामस्वरूप, टाटा स्टील और ब्रिटिश सरकार का साथीकरण एक सफल और सतत विकास की दिशा में एक मायने का कदम है, और यह दोनों पक्षों के लिए लाभकारी हो सकता है।




टाटा स्टील और ब्रिटिश सरकार के बीच हुआ साझा प्रयास: नौकरियों का संरक्षण और इकोलॉजिकल अद्यातन”

पोर्ट टैलबोट स्टील प्लांट के बंद होने के समय, करीब 3000 नौकरियां खतरे में थीं, लेकिन टाटा स्टील और ब्रिटिश सरकार के साझे प्रयासों के बाद, इस प्लांट को एक नई जीवन की आस और अपातकालीनता का सामना करना पड़ा।

इस समझौते में 1.25 अरब पाउंड का निवेश, जिसमें सरकारी ग्रांट भी शामिल है, पोर्ट टैलबोट साइट पर हाईटेक इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस स्टील प्लांट की स्थापना के लिए किया गया है। इसके परिणामस्वरूप, बंद होने वाले प्लांट को फिर से शुरू करने का मौका मिलेगा, और नौकरियों के संरक्षण का सिलसिला जारी रहेगा।

टाटा स्टील के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने इस समझौते को एक सकारात्मक कदम के रूप में स्वागत किया है, और इसे ब्रिटेन की इंडस्ट्रियल वैल्यू चेन के लिए महत्वपूर्ण माना है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से नौकरियों की सृजन होगी, और पोर्ट टैलबोट साइट पर एक उन्नत और पर्यावरण-सहमत इकोलॉजिकल इंडस्ट्रियल इकोसिस्टम की विकास में मदद मिलेगी।

इस प्रमुख अद्यातन के बाद, अब इस प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए सभी आवश्यक अनुमतियों की प्राप्ति और सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया जारी है, और उम्मीद है कि यह प्रोजेक्ट 36 महीने के भीतर चालू हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप, नए नौकरियों के और अर्थव्यवस्था के प्रति नए उम्मीदवारों के लिए नए अवसर प्राप्त होंगे।

नए जॉब के भी अवसर बनेंगे 

टाटा स्टील के साथ हुआ समझौता: नई नौकरियों का सृजन और अर्थव्यवस्था के प्रति नए उम्मीदवार”




टाटा स्टील (Tata Steel) के औद्योगिक समझौते के परिणामस्वरूप, ब्रिटेन सरकार ने उसे 50 करोड़ पाउंड का ग्रांट देने का ऐलान किया है, जिसका उद्देश्य कार्बन उत्सर्जन को कम करना है। इस समझौते से न केवल पर्यावरण को बचाने में मदद मिलेगी, बल्कि यह नए नौकरियों के अवसरों को भी सृजित करेगा। टाटा स्टील के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने इसे एक सकारात्मक कदम के रूप में स्वागत किया है और इसे ब्रिटेन की इंडस्ट्रियल वैल्यू चेन के लिए भी महत्वपूर्ण माना है।

इस समझौते से उन्हें तमाम प्रोजेक्ट्स के लिए ब्रिटिश सरकार के साथ साझा करने का मौका मिलेगा, जिससे नौकरियों की सिरदर्द कमी को दूर किया जा सकता है। यह डील विशेष रूप से ब्रिटेन के साउथ वेल्स में ग्रीन टेक्नोलॉजी आधिरत इंडस्ट्रियल इकोसिस्टम के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मौका प्रदान करेगा।

इस बीच, टाटा स्टील के शेयरों में भी वृद्धि दर्ज की गई है, और उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए अब तमाम जरूरी अनुमतियों और सर्टिफिकेटों को प्राप्त करने की प्रक्रिया को पूरा करना होगा। यह प्रोजेक्ट अपेक्षित रूप से 36 महीने के भीतर चालू हो सकता है, जिससे नए नौकरियों के और अर्थव्यवस्था के प्रति नए उम्मीदवारों के लिए नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं।

टाटा स्टील के साथ हुई इस समझौते ने न केवल उनके व्यापार को आगे बढ़ाने का मौका दिया है, बल्कि यह ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है, जो कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

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